डीसीपी राशि डोगरा डूडी (नॉर्थ) ने बताया कि मूलत: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद स्थित साकरी हाल नाहरगढ़ रोड स्थित मीणा पाड़ा निवासी मुख्य आरोपी सन्नी चौधरी (19) और उसके भाई योगेश जाटव (21) को गिरफ्तार किया।
वारदात के बाद आरोपी टैक्सी कार से नेपाल जाने के लिए निकल गए थे। आरोपी उत्तर प्रदेश के हाथरस के नजदीक टुकसान तक पहुंच गए थे। एक पुलिस टीम भारत-नेपाल सीमा पर व दूसरी टीम आरोपियों का पीछा कर रही थी। टीम ने टुकसाना के पास आरोपियों की घेराबंदी की और उन्हें पकड़ा।
आरोपियों को जयपुर लाकर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें पुलिस रिमांड पर सौंपा है। आरोपियों के तीसरे साथी सुनील कुमार की तलाश जारी है। लूट की रकम में से 50 हजार रुपए सुनील लेकर चला गया था। आरोपियों की निशानदेही पर वारदात में काम में ली गई बाइक जब्त की है।
छूटकर भागा तो पैर में लगी चोट
डीसीपी राशि डोगरा डूडी ने बताया कि आरोपी सन्नी पुलिस टीम के चंगुल से छूटकर भागा। करीब दो-तीन किलोमीटर पीछा कर पुलिसकर्मियों ने उसको पकड़ा। हालांकि गिरने से पैर में चोट लग गई।
नौकर को पता था पैसे रखते हैं घर पर
एसीपी (आमेर) भोपाल सिंह भाटी ने बताया कि व्यापारी किशन कानानी की दुकान पर आरोपी सन्नी ने चार वर्ष तक काम किया था। सन्नी को दुकान में चोरी करने पर काम से निकाल दिया था। आरोपी सन्नी को पता था कि व्यापारी घर पर पैसे रहते हैं। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने भाई योगेश व फुफेरे भाई सुनील के साथ मिलकर व्यापारी के घर लूट करने की साजिश रची। इसके चलते 24 जनवरी को व्यापारी के घर तीनों पहुंच गए। पहले व्यापारी की पत्नी को बंधक बना लिया। पहले पत्नी से व्यापारी को फोन करवाया कि दस हजार रुपए जल्दी से घर भेज दें।
कुछ पल बाद पैसे नहीं भेजने के लिए फोन करवाया और मारपीट कर घर की अलमारी का लॉक तोड़कर 25.30 लाख रुपए लूटकर भाग गए। आरोपियों ने व्यापारी की पत्नी का सिर फोड़ दिया और गला दबाकर हत्या करने का भी प्रयास किया था। पड़ोसियों की सूचना पर पीडि़त व्यापारी घर पहुंचा और थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।