पार्क में जो मिट्टी डाली गई है, उससे न सिर्फ पार्क की सूरत बिगड़ गई, बल्कि बच्चों के लिए झूले और फिसलपट्टी अनुपयोगी हो गए। कई तो मिट्टी में दबा दिए गए। यही हाल जिम का भी हो गया।
इस पूरे घटनाक्रम के बारे में उद्यान शाखा की जोन उपायुक्त नेहा मिश्रा से बात करना चाही तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। मैसेज का भी जवाब नहीं दिया। विवाद की शुरुआत निगम से ही
जयपुर मेट्रो ने फेज-1डी विस्तार के तहत निकलने वाली मिट्टी को डालने के लिए निगम से जगह मांगी थी। निगम ने चार स्थान सुझाए थे, इनमें दशहरा मैदान भी था। इसका अतिरिक्त आयुक्त कार्यालय से पिछले वर्ष छह जून को आदेश भी निकला था। इससे पहले यहां पर ग्रिड सब स्टेशन (जीएसएस) के निर्माण को लेकर भी विवाद होता रहा है।
रजनी विहार विकास समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष और कुछ सदस्य पार्क में मनमानी कर रहे हैं। उनकी वजह से पार्क का बुरा हाल हो गया है। हाईमास्ट लाइट की शिलान्यास पट्टिका को भी मिट्टी में दबा दिया। लाखों रुपए की निगम सम्पत्ति का नुकसान हुआ है।
-शील धाभाई, क्षेत्रीय पार्षद समिति का कोई लेना-देना नहीं है। मिट्टी किसने डाली मेरी जानकारी में नहीं है। पार्षद से बात हुई थी, उन्हें आश्वस्त किया था कि यदि समिति के स्तर पर कोई गड़बड़ हुई है तो उसको सही करवा देंगे। जहां मेरी जानकारी में है मिट्टी मेट्रो ने डलवाई है।-राहुल शर्मा, कार्यवाहक अध्यक्ष, रजनी विहार समिति