मौके पर पहुंचे बेटे ने उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। दो दिन तक भर्ती रहने के बाद महिला ने अशोक नगर थाने में मामला दर्ज करवाया तो इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा हुआ। बुधवार को पुलिस मौके पर पहुंची और घटना वाली जगह का मौका नक्शा बनाया।
रिपोर्ट में क्या बताया
अनिता कॉलोनी बजाज नगर निवासी अनुराधा शर्मा ने थाने में दी रिपोर्ट में बताया कि 2 जुलाई को हर दिन की तरह वह सेंट्रल पार्क में घूमने गई थी। शाम करीब 7:30 बजे वह सैर खत्म करके कोर्ट के सामने वाले ट्रैक से निकल रही थी। कुछ दूरी पर ही एक बदमाश आया और पीछे से उसने गला और मुंह दबाकर कुछ सुंघा दिया, जिससे वह बेहोश हो गई।
इस दौरान बदमाश उसके हाथ में पहनी हुई दो सोने की अंगूठी, एक चांदी की अंगूठी ले गया। राजस्थान पत्रिका संवाददाता ने बुधवार को महिला से मुलाकात की। इसके बाद महिला ने मौके पर जाकर पूरा घटनाक्रम बताया।
पांच साल से लगातार कर रही सैर
अनुराधा ने बताया कि वह विद्युत विभाग में रिसेप्सनिस्ट थी। रिटायर्ड होने के बाद वह पांच साल से लगातार सेंट्रल पार्क आती है। उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई वाक्या उनके साथ नहीं हुआ। इस घटनाक्रम के बाद वह सदमें में है और उन्हें डर लग रहा है।
सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही पुलिस
7 जुलाई को मामला दर्ज होने के बाद पुलिस अब तक सीसीटीवी कैमरों को ही खंगाल रही है। अभी तक पुलिस किसी नतीजे तक नहीं पहुंच पाई है। न ही अभी तक लूट करने वाले बदमाश के बारे में सुराग लगा है।
बेहोश हो गई महिला, बजता रहा फोन
अनुराधा ने बताया कि रात 9 बजे उसे होश आया और लगातार बज रहे फोन उठाए और पूरी घटनाक्रम की जानकारी दी। बेटा सारांश उन्हें संतोकबा दुर्लभजी ले गया, जहां उन्हें भर्ती करवाया। जांच में सामने आया कि गला ज्यादा जोर से दबाया, जिससे उन्हें अंदरूनी चोट लगी।
अनुराधा ने क्या बताया
अनुराधा ने बताया कि अचानक हुए इस घटनाक्रम से वह कुछ समझ नहीं पाई। मुंह और गला दबाने से वह बेहोश हो गई। डेढ़ घंटे बाद होश आया और घबराहट शुरू हो गई। इस दौरान उसके उनका बेटा सांराश शर्मा लगातार फोन कर रहा था, लेकिन वह इस स्थिति में नहीं थी कि फोन उठा पाए। पोलो ग्राउंड के बाहर उनकी गाड़ी खड़ी देखकर बेटा समझता रहा मां अभी पार्क में ही है।
न गार्ड था और न लाइट
शाम 7.30 बजे ट्रैक पर अंधेरा पसरा हुआ था और गार्ड भी मौजूद नहीं था। न ही लाइट की पर्याप्त व्यवस्था थी। अनुराधा ने आरोप लगाया कि जब उनके बेटे ने गार्ड से मदद मांगी तो उनकी कोई मदद नहीं की गई।