बता दें कि पुलिस से तीखी बहस के बीच भीड़ में से कुछ उपद्रवियों ने थाने पर पथराव कर दिया। इससे अफरा-तफरी मच गई। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस को आंसू गैस का प्रयोग कर भीड़ को खदेड़ना पड़ा।
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पुलिस के पकड़ने के बाद छोड़ने की मांग करने लगे
पुलिस के अनुसार, रविवार शाम को एक शिकायत प्राप्त हुई थी। इसमें कहा गया कि कुछ युवकों ने विधायक की तस्वीर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। जांच के बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर कुछ आरोपियों को पकड़कर थाने लाया और पूछताछ शुरू की।
इसी बीच रात करीब 11 बजे कुछ लोग थाने पहुंचे और हिरासत में लिए गए युवकों को छोड़ने की मांग करने लगे। बातचीत के दौरान तनाव बढ़ा और मामला विवाद में बदल गया। थाने के बाहर मौजूद भीड़ में से कुछ लोगों ने अचानक पथराव शुरू कर दिया, जिससे पुलिसकर्मी सतर्क हो गए।
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आंसू गैस के गोले दागे
थानाधिकारी छतर सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। उपद्रवियों को खदेड़ा गया और आसपास के क्षेत्रों से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार सेन भी मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया।
स्थिति को देखते हुए रामदेवरा और सांकड़ा थाने से पुलिस बल और आरएसी का जाब्ता बुलाकर थाना परिसर के बाहर तैनात किया गया है। देर रात तक पुलिस इलाके में गश्त करती रही और शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की गई।