
बता दें कि उसके बाद सीएम सर्किट हाउस पहुंचेंगे, जहां वे पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ अन्य लोगों से मुलाकात करेंगे। वे वहीं रात्रि विश्राम करेंगे। अगले दिन शनिवार को योग दिवस के अवसर पर शर्मा तड़के हेलीकॉप्टर से खुहड़ी के पास निर्मित हेलीपैड पर उतरेंगे और वहां से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर प्रात:कालीन योग सत्र में विभिन्न योग क्रियाओं का अभ्यास करेंगे।
जीवन को योग में शामिल करने का देंगे संदेश
सीएम भजनलाल शर्मा खुहड़ी के धोरों से पूरे प्रदेशवासियों को उनके जीवन में योग को शामिल करने का संदेश देंगे। मुख्यमंत्री के साथ बड़ी तादाद में जनप्रतिनिधि, पार्टी कार्यकर्ता, सरकारी अधिकारी-कर्मी और आमजन योगाभ्यास का हिस्सा बनेंगे। भाजपा प्रवक्ता बाबूलाल शर्मा के अनुसार, शनिवार प्रात: 8 बजे मुख्यमंत्री जैसलमेर से जयपुर के लिए प्रस्थान कर जाएंगे।
600 वर्ष से अधिक पुराने ऐतिहासिक गड़ीसर सरोवर में संकट में जलीय पक्षियों का जीवन
व्यापक पैमाने पर तैयारियां
इस बीच खुहड़ी के धोरों पर मुख्यमंत्री की मौजूदगी में होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम को बेहतर बनाने में प्रशासन की तरफ से पूरी मशीनरी को झोंक दिया गया है। यहां विशाल मंच का निर्माण करवाए जाने के साथ स्थान का समतलीकरण कर वहां लोगों के योगाभ्यास करने की सुविधा तैयार की जा रही है। पूरे क्षेत्र की बैरिकेडिंग करवाई जा रही है। तपती धूप में प्रशासन के अधिकारी और कार्मिक निजी क्षेत्र के श्रमिकों से काम पूरा करवाने में जुटे हुए हैं।
सामान्य प्रशासन से लेकर सार्वजनिक निर्माण विभाग, नगर परिषद, जलदाय, परिवहन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आयुर्वेद, महिला एवं बाल विकास, युवा एवं खेल महकमों आदि के अधिकारियों को सीधी जिमेदारियां सौंपी गई हैं। वे पूरे लवाजमे के साथ कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे हुए हैं।
उधर, मुख्यमंत्री के एक बार फिर जैसलमेर आगमन का कार्यक्रम बनने से भारतीय जनता पार्टी के काडर में जोश और उत्साह का वातावरण देखा जा रहा है। पार्टी नेता व कार्यकर्ता मुख्यमंत्री शर्मा के स्वागत और उनके साथ कार्यक्रमों में भागीदारी करने की तैयारियां कर रहे हैं।
गड़ीसर पर श्रमदान कर दिया स्वच्छता, जल और पर्यावरण संरक्षण का संदेश
गौरतलब है कि इस बार योग दिवस की थीम एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य रखी गई है। इसके तहत खुहड़ी सेंड ड्यून्स के साथ जिले के सभी ब्लॉक, ग्राम पंचायत, गांवों और प्रमुख पर्यटन स्थलों पर भी योग दिवस पर योगाभ्यास कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
जानें गड़ीसर सरोवर की 10 बड़ी बातें
-गड़ीसर सरोवर का निर्माण 1373 संवत् में हुआ था।-1913 संवत् काक नदी से जल आवक शुरू हुई थी।
-दो वर्ष तक उपयोग के लिए जल संग्रहण की क्षमता है।
-12 प्रकार की नावें संचालित हो रही है सरोवर में।
-यह झील कभी पूरे शहर का प्रमुख जल स्त्रोत हुआ करती थी।
-गड़ीसर सरोवर ही नहीं, जैसलमेर का फिल्मी चेहरा भी है।
-यहां टशन, अलादीन, अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो जैसी कई फिल्मों की शूटिंग यहीं हुई है।
-इसे सुबह आठ बजे से शाम सात बजे तक खोला जाता है।
-यहां जाने के लिए कोई शुल्क नहीं है।
-गड़ीसर सरोवर के चारों ओर कई मंदिर हैं।