मंदिरों में दर्शन कर मनाया नववर्ष
नववर्ष के मौके पर बुधवार को मंदिरों में चहल पहल देखने को मिली। लोगों ने नववर्ष के मौके पर मंदिरों में दर्शन कर पूजा-अर्चना की। कस्बे के आशापुरा माता, खींवज माता, कालका माता, करणी माता, बाबा रामदेव, पंचमुखा, मार्केण्डेश्वर, नर्बदेश्वर महादेव मंदिर के साथ ही गांधी चौक के पास स्थित चारभुजानाथ, गोवद्र्धननाथजी की हवेली के ठाकुरजी के मंदिर व सत्यनारायण भगवान सहित सभी प्रमुख मंदिरों में लोगों की आवाजाही रही। यहां आए लोगों ने दर्शन कर अमन, चैन व खुशहाली के लिए प्रार्थना की।
पूरी रात व दिनभर लगी रही वाहनों की भीड़
नववर्ष मनाने के लिए देश के कोने-कोने से हजारों पर्यटकों ने स्वर्णनगरी जैसलमेर का रुख किया। इसके साथ ही पर्यटकों ने क्षेत्र के रामदेवरा गांव में बाबा रामदेव की समाधि के भी दर्शन किए। नववर्ष के मौके पर बुधवार को शुक्ल पक्ष की द्वितीया होने से रामदेवरा आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी इजाफा रहा। जिसके चलते मंगलवार की देर शाम ही पर्यटकों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। पूरी रात पर्यटकों के वाहन पोकरण पहुंचे और यहां से आगे रामदेवरा व जैसलमेर की तरफ रवाना हुए। पर्यटकों के आने और वापिस जाने का सिलसिला बुधवार की रात तक भी जारी रहा। ऐसे में पोकरण की सडक़ों पर पर्यटकों के वाहनों का रेला नजर आया।
होटलों में नो-रूम, सडक़ों पर जाम
रामदेवरा व जैसलमेर जाने वाले हजारों पर्यटक देर रात पोकरण पहुंचे और यहां रात्रि विश्राम के बाद रामदेवरा व जैसलमेर का रुख किया। ऐसे में कस्बे की सभी होटलों में नो-रूम की स्थिति हो गई। बुधवार को तडक़े व सुबह पहुंचे पर्यटकों को होटलों में जगह भी नहीं मिली। इसी प्रकार कस्बे में एक साथ हजारों पर्यटकों की आवक चलते मुख्य मार्गों व सडक़ों पर वाहनों का दबाव बढ़ गया। जिसके कारण बुधवार को दिनभर जाम की स्थिति बनी रही। मुख्य मार्ग जोधपुर-जैसलमेर रोड व व्यास सर्किल के आसपास दिन में कई बार जाम लगा। यहां वाहनों की भीड़ के कारण स्थानीय लोगों को भी परेशानी भी हुई। यातायात पुलिस ने दिनभर मुख्य मार्गों पर गश्त कर यातायात व्यवस्था सुचारु करने का प्रयास किया।