एसओजी व एटीएस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक वीके सिंह दो दिवसीय जालोर दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने खुलासा किया कि जालोर-सांचौर में 500 से ज्यादा लोग एसओजी की रडार पर हैं, जिन्हें कभी भी जेल भेजा जा सकता है। इसमें सरकारी कर्मचारी भी शामिल हैं। उनका दावा है कि पुख्ता सबूत मिल चुके हैं।
एडीजी वीके सिंह का कहना है कि पहले जालोर में भर्तियों में नकल और पेपर लीक जैसी घटनाएं आम थीं, लेकिन अब इस पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा चुका है। उनका कहना है कि एसओजी और एटीएस की टीमें अब भी संदिग्धों पर नजर रखे हुए हैं और जो भी नकल प्रकरण में लिप्त होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
गौरतलब है कि हाल ही में एसआई भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार 9 थानेदारों को नौकरी से बर्खास्त किया था। इसमें नरेश पुत्र भैराराम बिश्नोई, प्रियंका बिश्नोई, दिनेश कुमार पुत्र भागीरथराम बिश्नोई और सुरेन्द्र कुमार पुत्र मोहनलाल बिश्नोई जालोर के रहने वाले हैं।
परेड का किया निरीक्षण
इससे पहले सिंह ने पुलिस लाइन में परेड का निरीक्षण किया। इसके बाद अपराध गोष्ठी में शामिल हुए। दोपहर में पुलिस लाइन सभागार में सम्पर्क सभा का आयोजन किया गया। पुलिस स्टाफ से विभिन्न विषयों पर चर्चा की। पुलिस जवानों ने इस दौरान समस्याओं से अवगत करवाया। एडीजी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। पुलिस लाइन सभा कक्ष में जिले के सभी पुलिस अधिकारियों व थानेदारों की बैठक ली। अपराधों की रोकथाम को लेकर जरूरी निर्देश दिए।
यह वीडियो भी देखें दोपहर बाद सिंह ने शस्त्र भंडार, भोजन शाला, पुलिस वाहनों का निरीक्षण कर व्यवस्था देखीं। इसके बाद कोतवाली थाने में सीएलजी बैठक का आयोजन किया गया। एडीजी सिंह ने सदस्यों से विभिन्न विषयों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कानून व्यवस्था बनाए रखने से आमजन से सकारात्मक सहयोग की अपील की। साथ ही कहा कि किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को जरूर दें। उन्होंने जिले में नशे के बड़े नेटवर्क पर बड़े स्तर पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
नकल रोकने को जालोर में स्थापित होगी चौकी
नकल प्रकरण और इससे जुड़े गिरोह के सक्रिय होने के मामले वीके सिंह ने कहा कि नकल गिरोह पर बड़े स्तर पर कार्रवाई जारी है और इस तरह के प्रकरणों पर प्रभावी नकेल के लिए जालोर और सिरोही जिले के लिए जालोर में चौकी स्थापित की जाएगी। जिसमें इंस्पेक्टर स्तर का स्टाफ नियुक्त किया जाएगा।