यह रूट बिजनेस कोरिडोर बनेगा
समदड़ी-भीलड़ी रेल खंड व्यापारिक कोरिडोर भी है। इस रूट का जुड़ाव कांडला पोर्ट, गांधीधाम से हैं। इस रूट से वर्तमान में 45 से 50 गुड्स ट्रेनें निकलती है। 120 डिब्बों की लांग हॉल और डबल डेकर ट्रेनों की आवाजाही भी होती है। अक्सर इन टे्रनों की आवाजाही में यात्री गाड़ियों का संचालन प्रभावित जरुर होता है। भविष्य को देखते हुए ही रेल लाइन दोहरीकरण का कार्य किया जा रहा है। यह कार्य होने के बाद यात्री गाड़ियों के संचालन के साथ ही गुड्स ट्रेनों की आवाजाही के लिए अलग ट्रेक उपलब्ध हो सकेगा।
इस तरह से चल रहा काम
मीटरगेज से ब्रॉडगेज में रूट को तब्दील करने के दौरान कुछ हिस्से की चौड़ाई बढ़ाई गई थी, लेकिन अब दोहरीकरण कार्य के लिए बड़े हिस्से पर यह काम किया जाना है। इसके लिए संकरे क्षेत्रों की चौड़ाई बढ़ाने, मिट्टी की कटाई, पुलों की चौड़ाई का कार्य किया जा रहा है। बता दें इसी कार्य के तहत जालोर के प्लेटफार्म नंबर दो की शंटिंग होने के साथ नया भवन बनेगा। वर्तमान की लाइन नंबर तीन भविष्य में दोहरीकरण की प्रमुख रेल लाइन बन जाएगी।इस तरह चार भागों में बंटा प्रोजेक्ट
-भीलड़ी-मारवाड़ कोरी तक 90 किमी-मारवाड़-कोरी से मोदरान के आस पास 50 किमी
-मोदरान-बिशनगढ़ से पहले तक 50 किमी
-बिशनगढ़-लूनी तक 95 किलोमीटर