घटना के संबंध में पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 25 जनवरी को चौकी सोनक्यारी क्षेत्रांतर्गत एक गांव की पीड़िता ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि, वह अपने घर में अपने माता-पिता के साथ रहती है। घटना दिनांक 22 जनवरी की रात्रि को उसके माता पिता, घर से कुछ ही दूरी पर स्थित भैंस बथान में गए थे, और वहीं सो गए।
इस दौरान प्रार्थिया घर में अकेली थी, तभी उसी के गांव का एक विधि से संघर्षरत बालक उसके घर में घुसकर चाकू से जान से मारने की धमकी देते हुए, उसे जंगल की ओर ले गया और उसके साथ जबरन
दुष्कर्म किया फिर प्रार्थिया को दो दिनों तक अपने साथ जंगल में ही रखा। प्रार्थिया की मां के द्वारा अपनी नाबालिग बेटी की खोजबीन करते हुए, प्रार्थिया को विधि से संघर्षरत बालक के घर से वापस लाई।
रिपोर्ट पर चौकी सोनक्यारी में विधि से संघर्षरत बालक के विरुद्ध बीएनएस की धारा 137-2, 351-3, 64-2, 332, व 4, 6 पास्को एक्ट के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया। पुलिस की विवेचना के दौरान पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए विधि से संघर्षरत बालक के विरुद्ध अपराध सबूत पाए जाने से हिरासत में लेकर बाल संप्रेषण गृह भेजा गया है।