CG Thug News: बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करने की अनुमति
घटना के संबंध में पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार एफआई मानिटरिंग आईसेक्ट लिमिटेड प्रधान कार्यालय भोपाल के मुख्य प्रबंधक आशुतोष भदौरिया चीफ मैनेजर एफआई प्रधान कार्यालय भोपाल ने कुनकुरी थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया है कि भारत सरकार की वित्तीय समावेशन योजना के अंतर्गत
भारतीय स्टेट बैंक और आईसेक्ट लिमिटेड के बीच अनुबंध हुआ है।
जिसके अनुसार आईसेक्ट लिमिटेड द्वारा योग्य प्रत्याशियों को सीएमपी के रूप मे चयन किया जाता है और ऐसे चयनित प्रत्याशियों को स्टेट बैंक आफ इंडिया द्वारा सीएसपी कोड प्रदान किया जाता है, जिसके अंतर्गत उन्हे निर्धारित क्षेत्र में ग्राहकों के खाता खोलने और अन्य बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करने की अनुमति दी जाती है।
11 लाख रुपए का हुआ फर्जी आहरण
उपरोक्त योजना के अंतर्गत कुनकुरी रेमटे रोड़ निवासी संदीप यादव पिता जैलंबर यादव रेमटे रोड कुनकुरी बस्ती कुनकुरी को बैंकिंग कियोस्क शाखा खोलने हेतु सीएसपी कोड 32815126 प्रदान किया गया था, जिसकी लिंक ब्रांच स्टेट बैंक आफ इंडिया कुनकुरी 02870 है। स्टेट बैंक आफ इंडिया कुनकुरी शाखा 02870 से शिकायत मिली कि संदीप यादव द्वारा विभिन्न खातेदारों के बैंक खातों से फर्जी तरीके से राशि निकालकर गबन किया गया है।
इस संबंध में आईसेक्ट लिमिटेड के सक्षम अधिकारी ने जब स्टेट बैंक आफ इंडिया कुनकुरी शाखा का दौरा कर शिकायतों के संबंध मे आवश्यक जानकारी प्राप्त की, तो वहां से 59 शिकायतों की जानकारी प्राप्त हुई। जिनके बैंक खातों से आरोपी ने लगभग 11 लाख रुपए फर्जी तरीके से आहरण कर उड़ा दिए हैं। उक्त शिकायतों की विवेचना में कुल 10 लाख, 79 हजार, 700 रुपए संदीप यादव के द्वारा आहरण राशि को गबन करने का मामला सामने आया है।
खातेधारों के साथ की गई धोखाधड़ी
CG Thug News: जिससे स्पष्ट है कि कियोस्क संचालक संदीप यादव के द्वारा अपने व्यक्तिगत हितों की पूर्ति के लिए शिकायतकर्ताओं के खातों से लगभग ग्यारह लाख रुपए निकाल कर गबन करते हुए
स्टेट बैंक आफ इंडिया व आईसेक्ट लिमिटेड के साथ धोखाधड़ी की गई है।
साथ ही इस बात और भी प्रबल संभावना है कि संदीप यादव के द्वारा अन्य खातेधारों के साथ इस तरह की धोखाधड़ी की गई होगी। आईसेक्ट लिमिटेड के चीफ मैनेजर आशुतोष भदौरिया की रिपोर्ट पर कुनकुरी पुलिस ने आरोपी संदीप यादव के खिलाफ धारा 316 (5), 318(4) के तहत जुर्म दर्ज कर मामले की विवेचना शुरू कर दी है।