उन्होंने कांग्रेस में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहकर जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। कांग्रेस जिला अध्यक्ष के रूप में भी पार्टी को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे 1976 से 1978 में झालरापाटन नगरपालिका में पार्षद बने। वहीं, 1982 से 1985 तक झालरापाटन नगर पालिका के चैयरमेन के तौर पर जिम्मेदारी निभाई। उन्होंने राठौड़ समाज के ग्यारह सामूहिक विवाह सम्मेलन शुरू किए। बाल विवाह व मृत्यु भोज आदि सामाजिक कुप्रथाओं पर रोक लगाने का काम किया।
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने दुख जताते हुए एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा- ‘झालरापाटन के पूर्व विधायक मोहनलाल राठौड़ के निधन का दुःखद समाचार मिला है, उनके परिवारजनों के प्रति मेरी संवेदना है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं परिवारजनों को संबल प्रदान करें।’