Jhalawar News: झालावाड़ जिले के मंडावर थाना इलाके में सोमवार सुबह मंदिर से दर्शन करके लौट रहे सीमेंट-बजरी कारोबारी सुरेन्द्र मेवाड़ा की धारदार हथियारों से हत्या कर दी। हमलावर करीब आधा दर्जन बताए जा रहे है। सभी ने मेवाड़ा को घेरकर एक साथ हमला किया था।
जानकारों के अनुसार मेवाड़ा रोजाना सुबह गांव के पास ही स्थित बालाजी मंदिर पर दर्शन करने जाते थे। यह क्रम लबे समय से आ रहा था। वे कार से अकेले ही मंदिर आते-जाते थे। यह बात हमलावरों को मालूम थी। उन्होंने उनके आने-जाने की रैकी की। उसके बाद वारदात को अंजाम दिया। प्रथम दृष्टया हत्या के पीछे रंजिश कारण माना जा रहा है। पुलिस हमलावरों की तलाश में मंदिर के आस-पास और गांव में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। जानकारों के अनुसार कुछ संदिग्ध लोगों सीसीटीवी फुटेज में आए हैं। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।
कई लोगों से विवाद था
पुलिस के अनुसार सुरेन्द्र मेवाड़ा मंडावर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ हत्या, मारपीट, आर्म्स एक्ट के तहत करीब आधा दर्जन प्रकरण दर्ज है। मेवाड़ा का अपने क्षेत्र में खासा दबदबा था। उसके शराब, क्रेशर और अन्य काम भी थे। दबंगई के चलते उसका कई लोगों से लंबे समय से विवाद आ रहा था। कई लोगों से उसकी आए दिन झड़प होती थी। हत्या के पीछे भी यही वजह मानी जा रही है। परिजनों ने हत्या के पीछे कुछ लोगों पर संदेह व्यक्त किया है। पुलिस इन लोगों को डिटेन कर पूछताछ कर रही है।
अस्पताल में पुलिस तैनात
सुरेन्द्र मेवाड़ा की हत्या की खबर पूरे जिले में आग की तरफ फैल गई। सूचना मिलने पर बड़ी संया में लोग अस्पताल में जमा हो गए। उप अधीक्षक हर्षराज सिंह खरेड़ा के नेतृत्व में भारी पुलिस बल एहतियातन तैनात कर दिया गया। इस वारदात को लोग तेरह साल पहले हुए सत्यनारायण चौधरी हत्याकांड से जोड़कर भी देखने लगे। इसके अलावा पूरे शहर में कई तरह की चर्चाएं रही।
राजस्थान में कानून व्यवस्था पूरी तरह से दम तोड़ चुकी है, और इसका सबसे ज्वलंत उदाहरण झालावाड़ में भाजपा नेता सुरेंद्र मेवाड़ा जी की दिनदहाड़े हुई निर्मम हत्या है। इस घटना ने भाजपा सरकार की सुरक्षा को लेकर किये गए तमाम झूठे दावों की पोल खोल दी है।
यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि…
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) June 2, 2025
डोटासरा ने उठाए सवाल
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने वारदात पर एक्स पर कमेंट किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से दम तोड़ चुकी है। इसका सबसे ज्वलंत उदाहरण झालावाड़ में भाजपा नेता सुरेन्द्र मेवाड़ा की दिनदहाड़े हुई निर्मम हत्या है। अपराधी हत्या कर बेखौफ होकर भाग जाते है। इस घटना ने भाजपा सरकार की सुरक्षा को लेकर किए गए तमाम झूठे दावों की पोल खोल दी है। सवाल यह है कि जब प्रदेश में सत्ता पार्टी के नेताओं की की जान ही सुरक्षित नहीं है तो आम नागरिक की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा।