Weather Update: झालावाड़ जिले में शुक्रवार को दिनभर भीषण गर्मी और उमस के बाद शाम को मौसम ने पलटा खाया। कई इलाकों में तेज आंधी चली। कुछ जगह बरसात हुई। इससे पूर्व गुरुवार देर रात झालावाड़ शहर में तेज हवा के साथ करीब आधे घंटे बरसात हुई।झालावाड़ शहर में गुरुवार रात करीब 11 बजे मौसम ने पलटा खाया। तेज हवा के साथ करीब आधे घंटे तक झमाझम बारिश हुई। बारिश से मौसम सुहावना हो गया। इस दौरान शहर के कई इलाकों में तीन से चार घंटे तक बिजली गुल रही। बिजली गुल होने से लोग गर्मी से परेशान रहे। शुक्रवार को दिनभर उमस रही और आसमान में बादलों की आवाजाही होती रही। शाम को अचानक मौसम बदल गया। तेज आंधी चलने लगी। कई जगह टिन-टप्पर उड़ गए। काफी देर तक बिजली गुल रही।
अकलेरा नगर में शुक्रवार शाम आए तेज अंधड़ और आंधी-तूफान के कारण तीन बत्ती चौराहे पर लगा नीम का पेड़ गिर गया, जिससे तीन युवक घायल हो गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार शाम करीब चार बजे आई तेज हवा से नीम का पेड़ चौराहे के समीप एक गुमटी पर गिर पड़ा। इससे पास की अन्य गुमटियों को भी नुकसान पहुंचा और एक मोटरसाइकिल पेड़ की चपेट में आ गई। हादसे में राकेश सेन, बबलू मोरेली और मुरारी गुर्जर घायल हो गए। पेड़ गिरने के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कुछ लोग घटनास्थल पर गिरे पेड़ की लकड़ी काटकर ले जाते हुए भी नजर आए।
आकाशीय बिजली गिरने से विवाहिता की मौत
मनोहर थाना और आस-पास के क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर को तेज अंधड़ और बारिश के कारण व्यापक नुकसान हुआ। दोपहर बाद अचानक मौसम बदला और आसमान में घने बादल छा गए। इसके बाद तेज अंधड़ के साथ बारिश शुरू हो गई। मनोहर थाना पुलिस के हेड जगदीश मीणा बताया कि आकाशीय बिजली गिरने से गरबोलिया निवासी 30 वर्षीय विवाहिता कमली बाई पत्नी मांगीलाल भील की मौके पर मौत हो गई, वहीं रवासिया गांव में बिजली गिरने से एक भैंस की भी मौत हो गई। तेज अंधड़ और बारिश के चलते क्षेत्र में कई स्थानों पर पेड़ और विद्युत लाइन के पोल गिर गए, जिससे विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। कई मकानों के टीन शेड, कपड़े और अन्य सामान तेज हवा के साथ उड़ गए, जिससे लोगों को भारी नुकसान झेलना पड़ा।
टीन शेड उड़े, टहनियां टूटी
रटलाई कस्बे सहित क्षेत्र में शुक्रवार को सुबह से ही तेज गर्मी और उमस का असर रहा, जिससे लोग बेहाल रहे। शाम करीब 5 बजे के बाद अचानक तेज हवाएं चलने लगीं, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। तेज हवाओं के कारण कई मकानों के टीन शेड उड़ गए और पेड़-पौधों की टहनियां टूट गईं। हवा की तीव्रता इतनी अधिक थी कि लोगों को घरों और दुकानों के बाहर परेशानी का सामना करना पड़ा।
अकलेरा नगर में शुक्रवार शाम को तेज हवाएं चलने से जनजीवन प्रभावित हुआ। हाट का दिन होने के कारण बाजार में खरीदारी करने आए लोग परेशान नजर आए। नगर में हल्की बूंदाबांदी भी हुई। वहीं उपखंड क्षेत्र के घाटोली कस्बे में दिनभर तेज गर्मी और उमस से लोग परेशान थे। दोपहर बाद अचानक मौसम ने करवट ली और करीब 30 मिनट तक तेज हवा के साथ झमाझम बारिश हुई। बारिश के बाद मौसम सुहावना हो गया, जिससे ग्रामीणों को गर्मी और उमस से राहत मिली।
नीम का पेड़ गिरा
शुक्रवार शाम को भालता कस्बे और आसपास के क्षेत्रों में मौसम ने अचानक करवट ली। करीब 5 बजे तेज रफ्तार हवाएं चलने लगीं, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। तेज हवाओं के चलते बस स्टैंड स्थित नृसिंह मंदिर परिसर में लगे टीन शेड उड़ गए। गनीमत रही कि मौसम खराब होने के कारण उस समय मंदिर और बस स्टैंड क्षेत्र में लोगों की आवाजाही कम थी, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। वहीं परिसर में स्थित एक नीम का पेड़ भी तेज हवा के कारण धराशायी हो गया। प्रत्यक्षदर्शी श्याम पारेता ने बताया कि करीब 15 मिनट तक तेज आंधी और हवाओं ने क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बना दिया।