कोतवाली थानाधिकारी हरजिन्द्रसिंह ने बताया कि मूलत: लोयल गांव के रहने वाला दस वर्षीय मयंक पुत्र मनोज कुमार को रविवार सुबह करीब 11 बजे अल्फा एकेडमी के शिक्षक स्विमिंग पूल लेकर गए थे। इसी दौरान मयंक डूब गया। स्विमिंग पूल संचालक ने आनन-फानन में बच्चे को चूरू बाइपास स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सूचना पर मौके पर पहुंचे परिजन ने आक्रोश जताया और शव लेकर बीडीके अस्पताल पहुंचे। कोतवाली थाने से हेड कांस्टेबल महावीर प्रसाद मौके पर पहुंचे और शव को मोर्चरी में रखवाया। मृतक मयंक के पिता मनोज कुमार ने आरोप लगाया कि अल्फा एकेडमी के संचालक सुनील ने बच्चे को स्विमिंग पूल ले जाने की अभिभावकों को न तो सूचना दी और न ही इजाजत ली। अस्पताल पहुंचने पर ही बेटे की मौत की जानकारी मिली।
24 अप्रेल को प्रवेश दिलवाया था
बच्चे के पिता मनोज कुमार ने बताया कि बच्चे को सैनिक स्कूल की तैयारी के लिए 24 अप्रेल को अग्रसेन सर्किल पर एल्फा एकेडमी में प्रवेश दिलवाया था। उनका बेटा एकेडमी में रहकर तैयारी करता था।