लोहे का दरवाजा तोड़ा
रामदेवरा मंदिर के पीछे, नवलगढ़ निवासी बंटी उर्फ गजेन्द्र ने अपनी कैंपरगाड़ी से मकान का लोहे का दरवाजा तोड़ दिया और 10-15 लोग अंदर घुस गए। ढाका की ढाणी निवासी शिवांशु ढाका ने लोहे की पाइप दरवाजे पर मारी। इस पर पीडि़त ने जब दरवाजा खोला तो शिवांशु ने उसके सिर में सरिए से चोट मारी। डर के मारे जब वह कमरे के अंदर चला गया तो शिवांशु ढाका, विकास , अमित मील, संजय धींवा निवासी सुरजनपुर समेत 3-4 अन्य युवक जिन्हें नाम नहीं जानता, हाथों में सरिए थे। विकास ने बेड पर रखे 40000 रुपए उठाकर जेब में रख लिए। इन सभी आरोपियों ने घर पर तोड़फोड़ की और उसे उठाकर कैंपर में डाल लिया।
वाहनों पर नम्बर नहीं थे, क्यों डर रही पुलिस
इस कैंपर को संजय धींवा चला रहा था। कैंपर पर 0055 ग्रुप लिखा हुआ था। यह कैंपर संदीप की बताई जा रही है। हालांकि पुष्टी परिवहन विभाग करेगा। की थी। अन्य गाड़ियों पर नंबर नहीं थे। अब सवाल उठता है जब वाहनों पर नम्बर नहीं थे तो जिम्मेदार पुलिस अधिकारी ऐसे वाहनों पर क्यों नहीं कार्रवाई कर रही। पुलिस ऐसे वाहनों पर कार्रवाई करने से क्यों डर रही है? पुलिस केवल आमजन के वाहनों पर कार्रवाई करने तक क्यों सीमित है?
दोनों पैर तोड़ दिए, पिकअप के अवैध गाटर लगे थे
आशीष भाम्बू निवासी भैरूपुरा ने गाटर लगी पिकअप से चारदीवारी के टक्कर मारी। इसके बाद यह सभी लोग पीडि़त को गाड़ी में डालकर कृषि मंडी के पास एक खेत में ले गए। वहां पर शिवांशु ढाका, अमित, संजय धींवा, विकास रामदेवरा, युवराज राजपूत निवासी डूंगरगढ़, बीकानेर, बंटी शेखावत निवासी कुशलपुर, सीकर, अनुराग भाम्बू, मनोज जांगिड़ कुडली ने लोहे के सरियों से उसके दोनों पैर तोड़ दिए। बाद में आरोपियों के साथ साथ 5-7 अन्य लोगों ने उसे गाड़ी के डाला में डालकर खटीकन प्याऊ झाझड़ रोड पर पटक कर भाग गए।
तीन आरोपियों पर इनाम घोषित
घटना के बाद डीआइजी शरद चौधरी ने डिप्टी नवलगढ़ के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया है। पुलिस तीनों आरोपियों की तलाश में अलग-अलग स्थानों पर दबिश दे रही हैं। वहीं, आरोपी गजेन्द्र उर्फ बंटी पर 10 हजार, शिवांशु पर पांच हजार व विकास पर 2500 रुपए के इनाम की घोषणा की गई है।
भूखंड का विवाद सामने आया
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि धर्मेंद्र और मुख्य आरोपी बंटी उर्फ गजेन्द्र के बीच एक भूखंड को लेकर पुराना विवाद चल रहा था। इसको लेकर घटना को अंजाम दिया गया है। विवादित भूखंड पर कुर्की की कार्रवाई के लिए उपखंड मजिस्ट्रेट के समक्ष इस्तगासा प्रस्तुत किया गया है।