हर दिन स्कूटी से जाती थी, उस दिन बस से क्यों
अर्चना हर दिन स्कूटी से स्कूल जाती थी। मंगलवार को बस से जा रही थी। उसने फोन कर स्कूल में बताया था कि आज वह किसी कारण से लेट हो जाएगी। जब हादसा हुआ तब एक युवक उसे बचाने के लिए दौड़ा भी लेकिन वह उसे बचा नहीं सका। इस दौरान ट्रेन भी लेट हो गई।
खुद के खर्च पर देती थी गाइड
अर्चना गणित पढाई थी। स्थानीय लोगों और स्कूल के स्टाफ के अनुसार, अर्चना जांगिड़ जिम्मेदार और मिलनसार शिक्षिका थीं। उसका परीक्षा परिणाम सौ फीसदी रहता था। वह छात्राओं को मेरिट कम मिंस परीक्षा व अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए छात्राओं को खुद के खर्चे पर गाइड लाकर देती थी। पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या आत्महत्या के पीछे कोई पारिवारिक विवाद या मानसिक तनाव तो नहीं था। पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
पति संदीप सरकारी व्याख्याता
झुंझुनूं के जांगिड़ गेस्ट हाउस शाह मार्केट के निकट की रहने वाली अर्चना का पीहर जयपुर जिले में है। अर्चना ने राजस्थान यूनिवर्सिटी से बीएससी और शेखावाटी दीनदयाल यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएट किया था। उसके बारह व चार साल के दो बेटे हैं। महिला का पति संदीप जांगिड़ उदयपुर के खेरवाड़ा में सरकारी स्कूल में व्याख्याता है। घर में आर्थिक हाल अच्छे थे।