ACB ने दी ये जानकारी
एसीबी के महानिदेशक पुलिस डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि सोमवार को एक परिवादी ने जोधपुर एसीबी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। परिवादी ने बताया कि उनके पास एक कारखाना है, जिसमें 31.5 एचपी का बिजली कनेक्शन है। वर्तमान में आवश्यकता न होने के कारण उन्होंने नान्दड़ी स्थित डिस्कॉम कार्यालय में लोड कम करने के लिए आवेदन दिया था। इस आवेदन के संबंध में हेल्पर तेजाराम ने परिवादी से कहा कि रसीद के अतिरिक्त 29,000 रुपये की अतिरिक्त राशि देनी होगी, तभी उनका काम पूरा होगा। परिवादी ने इसे अवैध रिश्वत की मांग बताया और एसीबी से शिकायत की।
रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा
बता दें, शिकायत मिलने के बाद उप महानिरीक्षक पुलिस हरेन्द्र महावर के सुपरविजन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चक्रवर्ती सिंह राठौड़ ने शिकायत का सत्यापन किया। सत्यापन के बाद मंगलवार को निरीक्षक सुनीता डूडी के नेतृत्व में एसीबी की टीम ने ट्रैप कार्रवाई की। इस दौरान तेजाराम को पावटा बस स्टैंड के पास 25,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।
आरोपी से हो रही है पूछताछ
एसीबी ने आरोपी तेजाराम को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। जोधपुर डिस्कॉम के इस मामले ने एक बार फिर सरकारी विभागों में रिश्वतखोरी की समस्या को उजागर किया है। एसीबी ने स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी मुहिम जारी रहेगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच में अन्य लोगों की संलिप्तता की भी पड़ताल की जा रही है।