आइजी (रेंज) जोधपुर विकास कुमार ने बताया कि जालोर जिले में चितलवाना निवासी प्रकाश जाणी पुत्र वरिंगराम बिश्नोई दो साल से फरार था। जालोर पुलिस ने 25 हजार व बालोतरा पुलिस ने 10 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। नववर्ष पर पंजाब से गुजरात तक भारी मात्रा में शराब तस्करी के पीछे उसकी भूमिका सामने आई थी। साइक्लोनर टीम अहमदाबाद पहुंची, स्थानीय लोगों व व्यापारियों से पार्टी के लिए भारी मात्रा में शराब की िडमांड की। सभी ने प्रकाश जाणी का नाम लिया, लेकिन सम्पर्क नहीं हो पा रहा था। अंत में एक व्यापारी कमीशन के बदले प्रकाश से शराब मंगाना तय किया। प्रकाश के अपने गुप्त अड्डे पर सप्लाई देना तय हुआ। इस पर मंगलवार सुबह पुलिस अड्डे के पास तैनात हो गई। शराब की खेप कहीं और रखकर प्रकाश कार से अड्डे पर पहुंचा और चारपाई पर आराम करने लगा। तभी साइक्लोनर के एसआइ कन्हैयालाल, नेमाराम ईनाणिया, देवाराम, हेड कांस्टेबल महिपालसिंह, कांस्टेबल गोपाल जाणी, भागीरथराम व मांगीलाल ने घेराबंदी कर प्रकाश को पकड़ लिया। उसे जोधपुर लाकर संबंधित पुलिस को सौंपा जाएगा।
पंजाब-गुजरात व राजस्थान आता, विमान से चले जाता
प्रकाश पर जालोर, बालोतरा, बाड़मेर, झुंझुनूं, गुजरात के पालनपुर व अहमदाबाद में शराब तस्करी के आठ मामले दर्ज हैं। उसने गुजरात के अहमदाबाद में अड्डा बना रखा था। वह पंजाब,राजस्थान और गुजरात के शहरों में पहुंच जाता और वहां से जल्द निकल जाता था। इससे पुलिस को उसके विमान में आने का अंदेशा हुआ। हवाई यात्रियों का रिकॉर्ड चैक किया तो जनवरी से अब तक 7-8 हवाई यात्रा करने का खुलासा हुआ। कुछ दिन पहले वह पंजाब गया था। वापसी में पकड़ने के लिए पुलिस ने अहमदाबाद में जाल बिछया था, लेकिन वह पकड़ा नहीं जा सका।
मार्बल का काम छोड़ बना शराब तस्करी का सरगना
आरोपी प्रकाश पहले मार्बल का काम करता था, लेकिन कमाई अधिक न होने पर छोड़ दिया। छोटे स्तर पर शराब तस्करी शुरू की। फिर वह पंजाब से गुजरात तक शराब तस्करी करने लग गया। उसने अहमदाबाद में ठिकाना बना लिया था। वह विमान से पंजाब जाता और शराब का सौदा कर ट्रक में भरवाता। सुरक्षित चालक को पहुंचाने तक एस्कॉर्ट करता और विमान से गुजरात आ जाता। ट्रक के आने पर सुरक्षित अड्डे तक लाने के लिए फिर एस्कॉर्ट करता था।
लग्जरी कार में गांव जाता, शराब पार्टियां करता
पुलिस का कहना है कि आरोपी प्रकाश महीने में एक-दो बार लग्जरी कार से गांव जाता था। टोल नाकों से भी वीवीआइपी की तरह निकलता था। गांव में युवाओं को शराब की पार्टियां देता था। वह अहमदाबाद के शांति नगर में आलीशान ऐशगाह बनवा रहा है।