घटना के अनुसार, न्यूरो वार्ड में भर्ती एक महिला को MRI जांच के लिए भेजा गया था। जांच से पहले जब वह चेंजिंग रूम में कपड़े बदल रही थी, तभी उसकी नजर वहां रखे एक मोबाइल फोन पर पड़ी, जो रिकॉर्डिंग मोड में था। महिला ने तुरंत शोर मचाया, जिससे आसपास मौजूद मेडिकल स्टाफ मौके पर पहुंचा। मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल परिसर में मौजूद पुलिस चौकी को सूचित किया गया।
मोबाइल कैमरे से बना रहा था वीडियो
शोर सुनकर पहुंची पुलिस टीम ने जांच के बाद चौंकाने वाला खुलासा किया कि वह मोबाइल फोन अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात निजी सुरक्षा गार्ड रहीमुद्दीन का था। आरोपी गार्ड ने कथित रूप से चेंजिंग रूम में पहले से मोबाइल फोन ऑन करके छिपा दिया था ताकि महिला की वीडियो रिकॉर्डिंग की जा सके।
कपड़ा बदलते समय रिकॉर्ड किया वीडियो
पुलिस ने आरोपी को तुरंत हिरासत में लेकर शास्त्री नगर थाने भेज दिया। महिला के परिजनों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने बताया कि यह घटना उस समय घटी जब उनकी बहन MRI के लिए कपड़े बदल रही थी। पुलिस ने प्राथमिक तौर पर आरोपी के खिलाफ शांति भंग की धारा में गिरफ्तारी की है। वहीं, उसका मोबाइल भी जब्त कर लिया गया है और डिजिटल साक्ष्यों की फोरेंसिक जांच की जा रही है।
पुलिस मामले की जांच में जुटी
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जांच पूरी होने के बाद आरोपी पर भारतीय दंड संहिता की सख्त धाराओं में मामला दर्ज किया जाएगा। वहीं, अस्पताल प्रशासन ने घटना की निंदा करते हुए कहा है कि वे संबंधित एजेंसी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करेंगे। यह घटना न केवल मरीजों की निजता पर हमला है, बल्कि यह अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी तमाचा है, जहां पर सुरक्षा गॉर्ड ही शिकार करने में लगे हैं। मथुरादास माथुर अस्पताल से रहीमुद्दीन नाम के गार्ड को गिरफ्तार किया गया है, वह चेंजिंग रूम में महिला का वीडियो रिकॉर्ड कर रहा था। परिजनों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। जुल्फिकार अली, शास्त्री नगर थानाध्यक्ष