रिफाइनरी से लोगों को मिलेगा रोजगार जिले के पचपदरा में बन रही रिफाइनरी का कार्य अंतिम चरण में है और इसी साल अगस्त माह से उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है। यूनिट के शुरू होने से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। यूनिटों का कार्य जैसे-जैसे पूरा होगा, उसी तरह उत्पादन प्रोसेस में आता रहेगा और राज्य सरकार को भी सालाना 2 हजार करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त होगा।
स्मार्ट सिटी बनने से बढ़ेगा कद बालोतरा को स्मार्ट सिटी में शामिल कर 10 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। आगामी तीन साल में इसे क्लीन व ग्रीन सिटी बनाना है। इससे जिले का कद बढ़ेगा और लोगों को बेहतर शहरी सुविधाएं, बुनियादी ढांचा और आर्थिक सहायता के साथ रोजगार के अवसर मिलेंगे।
रिंग रोड से कम होगा यातायात दबाव शहर की बढ़ती यातायात समस्या को देखते हुए यहां रिंग रोड बनाई जाएगी। इसके डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) के लिए 50 करोड़ रुपए प्रस्तावित किए हैं। वहीं 3 करोड़ रुपए की लागत से मेगा हाइवे बाईपास से डांडियावास व भांडियावास से बालोतरा तक 11.5 किलोमीटर की रिंग रोड का निर्माण होने से शहर में पिछले कई सालों में बढ़े यातायात दबाव से राहत मिलेगी।
मिनी सचिवालय व यूआईटी से होगा विकास बालोतरा में मिनी सचिवालय और यूआईटी दोनों की स्थापना होने से जिले के विकास को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को सरकारी सेवाएं आसानी से मिल सकेंगी। मिनी सचिवालय में एक ही छत के नीचे विभिन्न सरकारी विभागों के कार्यालय स्थापित होने से शहरी व ग्रामीण लोगों के काम आसानी से होंगे। वहीं यूआईटी से बालोतरा शहर सहित रिफाइनरी क्षेत्र के विकास को बढ़ावा मिलेगा और स्वच्छता व्यवस्था, यातायात प्रबंधन और बुनियादी सुविधाओं में सुधार होगा।
अनेक घोषणाओं से उम्मीद जिले में साइबर अपराधों पर नियंत्रण के लिए साइबर थाना, बालोतरा-सिवाना में बफर वाटर स्टोरेज, वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय, जिला चिकित्सालय में डायबिटिक क्लिनिक व सिवाना में पिंक टॉयलेट बनाए जाएंगे। वहीं महाविद्यालय स्तरीय बालिका छात्रावास, ओपन जिम और खेल मैदान, जन समस्याओं के निराकरण के लिए विधायक सुनवाई केंद्र सहित विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए 10 करोड़ रुपए से लोगों को सड़क, सामुदायिक भवन, पानी, बिजली विस्तारीकरण की सुविधा मिलेगी।