पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि सेंट्रल पार्क के पीछे केबीएचबी सेक्टर-5 स्थित कैफे के पीछे कमरे में कुछ युवकों के क्रिप्टो करंसी की अवैध गतिविधियों में लिप्त होने की सूचना मिली। एडीसीपी पश्चिम निशांत भारद्वाज व एसीपी बोरानाडा आनंदसिंह राजपुरोहित के निर्देशन में थानाधिकारी राजेन्द्र चौधरी व टीम ने कमरे में दबिश दी, जहां से झंवर थानान्तर्गतडेलूम्बा नाडा निवासी महेन्द्र (21), नंदवान गांव निवासी दिनेश (19) और राकेश (20) को गिरफ्तार किया गया। तीनों आरोपी क्रिप्टो करंसी की अवैध खरीद-फरोख्त में लिप्त थे। तलाशी लेने पर इनसे आठ लाख रुपए, पांच मोबाइल, छह सिम, तीन एटीएम कार्ड और दो चेक बुक जब्त की गई।
क्रिप्टो करंसी का लेन-देन
आरोपियों से जब्त मोबाइल की जांच में लाखों रुपए की क्रिप्टो करंसी यूएसडीटी की खरीद-फरोख्त करने का खुलासा हुआ। इन मोबाइल में दो तरह ऐप डाउनलोड थे। जिनके मार्फत आरोपी यूएसडीटी की खरीद-फरोख्त कर रहे थे।
फर्जी दस्तावेज से खोले खाते
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी किराए या फर्जी दस्तावेजों से खोले बैंक खातों में साइबर ठगी से प्राप्त राशि ट्रांसफर करवाते हैं। एटीएम से यह राशि निकाल लेते हैं और फिर क्रिप्टो करंसी यूएसडीटी खरीदकर साइबर ठगों तक भेजते हैं। आरोपी ग्रुप यानि समूह बनाकर ग्रामीणों से सम्पर्क करते हैं। रुपए का लालच देकर बैंक खाते लेते हैं। फिर इन्हीं के फर्जी दस्तावेज बनाकर बैंक खाते खोलते हैं। फर्जी सिम से मोबाइल नम्बर लिंक करवाते हैं। इनमें साइबर ठगी से प्राप्त राशि निकालकर क्रिप्टो करंसी भेजते हैं। साइबर ठगों से इनका सम्पर्क टेलीग्राम ऐप के चैनल से होता है।