2 भाइयों और मां की एक साथ निकली अंतिम यात्रा, गांव में छाया सन्नाटा, जोधपुर सामूहिक सुसाइड केस में एक और खुलासा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) भोपालसिंह लखावत ने बताया कि बिगमी गांव निवासी भंवरवीदेवी राजपुरोहित (54), उसके पुत्र नवरतन सिंह (27) व प्रदीप सिंह (24) ने मंगलवार को जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की थी।
Jodhpur Mass Suicide Case: ओसियां थानान्तर्गत बिगमी गांव स्थित मकान में सामूहिक आत्महत्या करने वाली मां व दो बेटों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान गांव में सन्नाटा छाया रहा। उधर, पुलिस जांच में सामने आया कि आत्महत्या से पहले एक पुत्र ने परिवार के सोने-चांदी के जेवर और सुसाइड नोट गांव के सुनार को दिए थे। फिर वह सेल्फॉस की गोलियां खरीदकर ले गया और संभवत: यही गोलियां खाकर तीनों ने जान दी थी। उधर, दो दिन ओसियां के उप जिला अस्पताल की मोर्चरी के बाहर विभिन्न मांगों को लेकर धरना देने वालों को पुलिस की ओर से कानूनी नोटिस दिए जाएंगे।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) भोपालसिंह लखावत ने बताया कि बिगमी गांव निवासी भंवरवीदेवी राजपुरोहित (54), उसके पुत्र नवरतन सिंह (27) व प्रदीप सिंह (24) ने मंगलवार को जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की थी। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने के बाद गुरुवार को तीनों शव परिजन को सौंपे गए। चिकित्सकों ने फिलहाल जहरीले पदार्थ का खुलासा नहीं किया है। एफएसएल जांच के बाद इस बारे में स्पष्ट हो पाएगा। पोस्टमार्टम के बाद तीनों शव गांव ले जाए गए, जहां अंतिम यात्रा निकाली गई। फिर गांव में ही मां व दोनों बेटों का अंतिम संस्कार किया गया।
गोशाला में दी जाए सम्पत्ति ताकि पुत्रवधू को न मिले
सुसाइड नोट में आत्महत्या के पीछे नवरतन की पत्नी नीतूसिंह, ससुर लालसिंह, साले हुकमसिंह व श्रवणसिंह को वजह बताया गया था। शादी के बाद से पारिवारिक विवाद का उल्लेख किया गया था। सभी पर टॉचर्र करने के आरोप लगाए गए थे। सुसाइड नोट में परिवार की सभी सम्पत्तियों को गोचर के लिए गोशाला को देने के बारे में भी लिखा गया था। ताकि पीछे परिवार की एकमात्र सदस्य नवरतन की पत्नी नीतूसिंह को सम्पत्ति न मिल पाए।
पारिवारिक कलह से परेशान होकर लिया था आत्महत्या का निर्णय
जोधपुर पुलिस का कहना है कि नवरतन सिंह की चार माह पहले मण्डला निवासी नीतूसिंह से शादी हुई थी। इसके बाद से घर में पारिवारिक कलह चल रहा था। इसी से परेशान होकर मां व दोनों बेटों ने आत्महत्या का निर्णय किया था। इससे पहले एक पुत्र ने परिवार के सोने व चांदी के जेवर और सुसाइड नोट एक सुनार को दिए थे। सुनार को पता नहीं था कि वे आत्महत्या करने जा रहा है। उसने जेवर किसी व्यक्ति को देने की हिदायत दी थी।
विरोध जताने वालों को दिए जाएंगे नोटिस
एएसपी लखावत ने बताया कि विभिन्न मांगों को लेकर परिजन, समाज के लोगों व ग्रामीणों ने मंगलवार और बुधवार को मोर्चरी के बाहर धरना दिया व विरोध जताया था। वार्ता के बावजूद दिनभर गतिरोध बना रहा था। वार्ता के बाद मृतक नवरतन सिंह की पत्नी नीतूसिंह व ससुर लालसिंह को हिरासत में लेने पर गतिरोध समाप्त हुआ था। तब देर रात धरना समाप्त हुआ था। पुलिस ने धरने की फोटो व वीडियोग्राफी करवाई थी। अब धरने में शामिल लोगों को कानूनी नोटिस जारी किए गए हैं। जवाब मिलने के बाद आवश्यकता होने पर कोर्ट में इस्तगासा या एफआइआर दर्ज की जा सकती है। यह नोटिस संभवत: पहली बार दिए जा रहे हैं।