आइजी रेंज जोधपुर विकास कुमार ने बताया कि फलोदी जिले में जाम्बाथानान्तर्गत ननेऊ गांव निवासी सोनाराम बीकानेर पुलिस को वांछित था। बीकानेर एसपी ने उसकी गिरफ्तारी पर 15 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। पुलिस जांच में आरोपी की लोकेशन जाम्बा कस्बे में मिली। साइक्लोनर टीम के एसआइ कन्हैयालाल के नेतृत्व में पुलिस जाम्बा पहुंची और तलाश शुरू की। तब आरोपी सोनाराम बिश्नोई टैंकर में पानी भरते पकड़ा गया। पूछताछ के बाद उसे बीकानेर की नाल थाना पुलिस को सौंपा जाएगा। बीकानेर की नाल थाना पुलिस ने वर्ष 2020 में कोयले से भरा ट्रक पकड़ा था। कोयले के नीचे कार्टन छिपाए हुए थे। इनमें लाखों रुपए की प्रतिबंधित व नशीली दवाइयां थी। आरोपी सोनाराम फरार हो गया था।
चालक से नशीली दवाइयों की तस्करी शुरू की
पुलिस का कहना है कि सोनाराम पढ़ाई छोड़ने के बाद ट्रक व डम्पर चालक रहा था। इस दौरान वह ट्रक में पार्सल ले जाने लगा था। इनमें दवाइयों के पार्सल भी थे। कोरोना व लॉकडाउन के दौरान वह कोयला से भरे ट्रक में नशीली दवाइयां ले जाने लगा था। जिसमें उसे अच्छे रुपए मिलने लगे थे। इस दौरान वर्ष 2020 में पुलिस स्टेशन नाल ने कोयले के बीच छिपाकर रखी लाखों रुपए की नशीली दवाइयां पकड़ी थी।
पंजाब के भटिण्डा तक दवाइयों की सप्लाई देता
आरोपी सोनाराम पांच साल फरारी के दौरान बतौर ट्रेलर चालक अहमदाबाद, बीकानेर, जोधपुर व अन्य शहरों में जाता था। वह बहुत कम रात्रि में घर आता था। वह ट्रेलर लेकर पंजाब जाता था। इस दौरान बाप तक कोई और व्यक्ति नशीली दवाइयां लाकर देता था और वह बाप से पंजाब के भटिण्डा तक नशीली दवाइयाें की सप्लाई देता था।