यह प्रमाण पत्र नगर पंचायत अध्यक्ष से बनवाया गया। इसी के आधार पर उसकी बेटी को पखांजूर के एक निजी स्कूल में दाखिला मिला। नियम के अनुसार, शिक्षा के अधिकार के तहत दाखिले के लिए 2002 और 2007 की गरीबी रेखा सूची में नाम होना जरूरी है। स्वरूप हालदार का नाम इन दोनों सूचियों में नहीं है। उसकी मां कल्याणी हालदार का नाम सूची में है।
CG News: स्वरूप हालदार अब अपने परिवार से अलग रहता है और उसका खुद का राशन कार्ड है। इसके बावजूद उसने पंचायत सचिव से अपनी मां के
राशन कार्ड की जानकारी देकर गरीबी रेखा में नाम होने का प्रमाण पत्र बनवा लिया। मामले की शिकायत नितीश मल्लिक ने की थी। जांच का जिम्मा माटोली हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य को सौंपा गया। वहीं अधिकारी पहले इन दस्तावेजों का सत्यापन कर चुके थे।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि जांच की जानकारी उसे नहीं दी गई। बिना सूचना दिए जांच कर दस्तावेजों को फिर से सही बता दिया गया। सहायक खंड शिक्षा अधिकारी पखांजूर अमिताभ सरकार ने बताया कि शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय भेजी गई थी। जांच वहीं से कराई गई है।