उत्तर प्रदेश के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र
मौसम विभाग के अनुसार मानसून 2025 एक बार फिर उत्तर प्रदेश में सक्रिय हो गया है। जिसका परिसंचरण केंद्र उत्तर प्रदेश में बन गया है। जिसके कारण पिछले 48 घंटे में मध्य प्रदेश से सटे जिलों में जमकर बारिश हो रही है। झांसी से लेकर कानपुर तक इसका असर देखने को मिल रहा है। बादलों की गड़गड़ाहट और बिजली की चमक से मौसम लोगों को डरा रहा है। कानपुर में जगह जल भराव की स्थिति बन गई है। मुख्य मार्ग की जलमग्न हैं।
क्या कहते हैं मौसम वैज्ञानिक?
सीएसए कानपुर के मौसम विज्ञान डॉक्टर एसएन सुनील पांडे ने बताया कि बीते 5 जुलाई को कानपुर के एयर फोर्स चकेरी में 3.2 मिली मीटर बारिश हुई है। जबकि सीएसए कानपुर में 53.9 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है। उन्होंने बारिश के इस अंतर को आश्चर्यजनक बताया है। कानपुर के ही दो क्षेत्रों में बारिश का अलग-अलग रूप देखने को मिला है।
कानपुर मंडल के जिलों में येलो अलर्ट
डॉ एसएन सुनील पांडे ने बताया कि कानपुर मंडल के जिले इटावा, फर्रुखाबाद, कन्नौज, औरैया, कानपुर नगर, कानपुर देहात और उसके आसपास के जिलों में 10 जुलाई तक जमकर बारिश होगी। टर्फ लाइन कानपुर से बेहद नजदीक से गुजर रही है। जिसके कारण आसपास काम क्षेत्र का दबाव बन गया है। 10 जुलाई तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।