एक कंपनी खाक, दूसरे में भी लाखों का नुकसान
लमतरा इंडस्ट्रिल एरिया में संचालित होने वाली कृष्णा इडस्ट्रीज पूरी तरह से खाक हो गई है। अमित छावड़ा, हिमांशु छाबड़ा, कृष्णा शर्मा आदि की फैक्ट्री में थर्माकोल आदि का काम होता था। अज्ञात कारणों से आग भडक़ी, जिससे में मशीनरी, उपकरण, रॉ मटेरियल सहित कीमती सामग्री जलकर खाक हो गई है। आगजनी से करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। इसी प्रकार सुभाष एंड कंपनी रोहित होतवानी की पीपी बैग, बारदाना आदि का काम होता था। इसमें भी आग लगने से मशीनरी सहित सामग्री जलकर राख हो गई है। यहां पर लाखों रुपए का नुकसान बताया जा रहा है।बाल-बाल बची जन हानि
स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस दौरान थर्माकोल फैक्ट्री में आग भडक़ी, उस दौरान कर्मचारी कंपनी के अंदर मौजूद थे। अपने-अपने काम में लगे हुए थे। जैसे ही एक कर्मचारी ने देखा कि फैक्ट्री में आग भडक़ गई है तो उसने शोर मचाना शुरू हुआ, तभी सभी 8 कर्मचारी सुरक्षित बाहर निकल आए।दो फैक्ट्रियों में बची आग जानी
दोनों ही फैक्ट्रियों में जब आग भडक़ी तो आग की लपटें बड़ी दूर-दूर तक जा रहीं थीं। आगजनी इतनी तेज थी कि खतरा आसपास की इंडस्ट्री में भी बढ़ गया। एसडीएम प्रदीप मिश्रा ने बताया कि आग आनंद प्लास्टिक सहित एक अन्य फैक्ट्री के करीब तक पहुंच गई थी। तत्काल दोनों फैक्ट्रियों में आगजनी को रोकने के लिए कड़ी मशक्कत की गई। दमकल कर्मियों ने जान की परवाह न करते हुए बड़ी सूझबूझ से आग को नियंत्रित किया।
खुद आग बुझवाने में जुटे एसडीएम
आग का कोहराम इतना भयंकर था कि जो भी देख रहा था, रोंगटे खड़े हो जा रहे थे। इस दौरान एसडीएम प्रदीप मिश्रा घटना की भयावहता को देखते हुए खुद फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों के साथ जुटे और हर पल मार्गदर्शन देकर आग को बुझवाने में सक्रिय भूमिका दिखाते दिखे। लगातार वरिष्ठ अधिकारियों को संपर्क कर आगजनी को कम कराने के प्रयास में जुटे रहे।फायर ब्रिगेड में चढ़ीं सीएसपी
बेकाबू आगजनी को देखकर हर अधिकारी-कर्मचारियों की सांसें फूलने लगीं थीं। आग लगातार भयंकर रूप ले रही थी। दमकल कर्मचारी आग को बुझाने जूझ रहे थे। इसी दौरान सीएसपी नेहा पच्चीसिया फायर ब्रिगेड पर चढ़ गईं और दमकल कर्मियों को यह डायरेक्शन देती रहीं कि कहां पर पानी का छिडक़ाव किया जाए, जिससे आग जल्दी नियंत्रित हो सकती है।घटना की जानकारी लेते रहे कलेक्टर-एसपी
थर्माकोल व पीपी बैग फैक्ट्री में आग भडकऩे की घटना से हडक़ंप मच गया। इस घटना की जानकारी, बचाव के प्रयास के संबंध में इंतजामों व सुरक्षा को लेकर कलेक्ट्रर दिलीप यादव, एसपी अभिनय विश्वकर्मा लगतार अपडेट लेते रहे। कलेक्टर ने भयंकर आग को देखते हुए नगर परिषद कैमोर, विजयराघवगढ़, एसीसी फैक्ट्री कैमोर से भी वाहन भेजने के निर्देश दिए। एसडीएम प्रदीप मिश्रा से भी हर पल की जानकारी लेते रहे व इंतजामों के निर्देश दिए। वहीं एसपी अभिनय विश्वकर्मा भी सीएसपी, थाना प्रभारी से घटना के संबंध में क्षेत्र में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए।

सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
फैक्ट्रियों में भडक़ी आग ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। शहर में संचालित होने वाली बड़ी-बड़ी इंस्ट्रीज में आगजनी की घटना होने पर तत्काल काबू पाने के लिए कोई खास इंतजाम नहीं है। फायर एनओसी, इलेट्रिकल एनओसी आदि को लेकर नगर निगम, जिला प्रशासन की टीम सक्रिय नहीं हैं। पूर्व में भी दालमिल, टॉल, गोदामों आदि में आग भडक़ चुकी है, इसके बाद भी सुरक्षा व्यवस्था पर फोकस नहीं किया जा रहा।खास-खास
- दोनों फैक्ट्रियों में आग को बुझाने के लिए लगे हुए हैं 10 फायर ब्रिगेड वाहन, देर रात तक 50 फीसदी ही आग पर हुआ काबू।
- आगजनी की घटना में सुरक्षा व रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ की टीम भी की गई थी तैनात, अग्निशमक यंत्र, सीढ़ी, रस्सा के साथ तैनात रही टीम।
- फैक्ट्री के अंदर लोगों के फंसे होने की थी पहले आशंका, जब अंदर किसी के न होने की मिली सूचना तो फिर अधिकारियों ने ली राहत की सांस।
- भयंकर आग होने के कारण, ओएफके, सिहोरा, जबलपुर से भी मंगाए गए दमकल वाहन, देर रात तक आग को बुझाने जारी रहे प्रयास।
- फायर ब्रिगेड प्रभारी शैलेंद्र दुबे ने बताया कि नगर निगम के 5 दमकल वाहनों से 5-5 राउंड कराया गया छिडक़ाव।
- आगजनी की घटना से गत्ते की फैक्ट्री, क्रेशर प्लांट आदि में भी आग भडकऩे की बन रही थी स्थिति, कर्मचारियों ने किया नियंत्रित।
- कुठला थाना प्रभारी राजेंद्र मिश्रा टीम के साथ व अन्य थानों की पुलिस सुरक्षा व्यवस्था में रही तैनात।
- आगजनी की घटना के बाद सिविल लाइन से लेकर मिशन चौक, चांडक चौक, बस स्टैंड क्षेत्र सहित जिलेभर में मचा रहा हडक़ंप।