पुलिस ने बताया कि झड़ी राम साहू (65) को रात करीब 1.30 बजे सोते वक्त आग के हवाले कर दिया गया। जलती हालत में वे अपने घर के भीतर पहुंचे और पत्नी को पुकारा। परिजनों और ग्रामीणों की मदद से उन्हें बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी। घटनास्थल की स्थिति, मृतक की जलने की अवस्था और आसपास फैली पेट्रोल जैसी गंध को देखते हुए यह स्पष्ट था कि यह कोई सामान्य दुर्घटना नहीं, बल्कि एक पूर्व नियोजित
हत्या है। एफ एसएल टीम द्वारा मौके पर निरीक्षण कर एंटीमार्टम बर्निंग की पुष्टि की गई।
लड़के के पिता को नहीं दिया था जमीन में कोई हिस्सा
तकनीकी और पारिवारिक पहलुओं की बारीकी से जांच के पश्चात मृतक के पोते दीपक साहू को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। आरोपी ने कबूल किया कि वह इस बात से नाराज था कि दादा ने अपनी जमीन का हिस्सा उसके पिता को न देकर अन्य बेटों को दे दिया। इस आशंका और क्रोध में कि उसे भविष्य में कुछ नहीं मिलेगा, उसने पेट्रोल डालकर दादा को आग लगा दी। पुलिस के द्वारा आरोपी से सीन करवाकर अपराध कैसे कारीत किया इसका डेमो करवाया गया। आरोपी को हत्या के आरोप में भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1) और 111 के तहत हिरासत में लेकर गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया जा रहा है। उपरोक्त कार्यवाही में साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक मनीष मिश्रा, संजीव तिवारी, चुम्मन साहू, अभिनव तिवारी, आरक्षक मनीष सिंह का विशेष योगदान था।
बीते 4 दिनों में जिले में तीन हत्याओं
बीते 4 दिनों में जिले में तीन हत्याओं की घटनाएं सामने आई जिनमें से दो मामलों का पुलिस द्वारा कार्रवाई कर खुलासा किया गया। दोनों मामले में आपसी विवाद, संपत्ति और पारिवारिक द्वेष जैसे कारण प्रमुख रहे हैं। अभी प्रभाटोला में हुई हत्या का खुलासा होना बाकी है। वहां पर भी एक व्यक्ति की सोते समय कुल्हाडी से वार कर हत्या की गई।