ग्राम पोड़ी में स्कूल से लगे देशी शराब दुकान का संचालन हो रहा है। जहां आए दिन शराब प्रेमी शराब लेकर वहीं आसपास पीते हैं। पीने के बाद वहां पर माहौल खराब करने का प्रयास करते हैं। स्कूल आने जाने वाले बच्चों को इससे खासी परेशानी होती है। खासकर छात्राओं को असहज स्थिती का सामना करना पड़ता है। जिसे लेकर वे परेशान हो गए थे।
आश्वासन जनहित में हो फैसला
बार-बार शिकायत के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया गया, जिसके बाद बच्चे परेशान होकर सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। बच्चों के प्रदर्शन को देखते हुए एबीवीपी के कार्यकर्ता भी मौके को लपकते हुए विरोध करते नारेबाजी कर विरोध जताया। प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर तत्काल
शराब दुकान को वहां से हटाने की कार्रवाई की जानी चाहिए। कार्रवाई न होने पर आगे आंदोलन करने बाध्य होंगे।
अब इस बात की भी चर्चा होने लगी है कि जहां शराब भट्ठी संचालित हो रहा, विरोध के चलते उस स्थान से महज कुछ दूरी पर ही भट्ठी संचालित की जाएगी। इससे यह भी कहा जा सकता है कि शराब भट्ठी को स्थानांतरित कर उसी मार्ग पर कुछ दूर पर ही ले जाने की प्रक्रिया चल रहा है।
राजनीति के चलते नहीं हट पा रही दुकान
शराब भट्ठी को हटाने का प्रयास एक साल से किया जा रहा है, लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते अब तक मौजूदा जगह से शराब भट्ठी को स्थानांतरित नहीं किया जा सका है। दरअसल शराब भट्ठी के स्थानांतरण के लिए राजनीतिक पार्टी के ही नेताओं के बीच में आपसी फूट देखने को मिल रहा है। जगह को लेकर आपस में सही तालमेल नहीं बन पा रहा है। शराब भट्ठी हटाने को लेकर डिप्टी सीएम से भी मांग किया जा चुका है, लेकिन अब तक शराब भट्ठी हटाने की कोई प्रक्रिया नहीं किया गया। जबकि जनप्रतिनिधि जनता की हित चाहते तो यह कार्य हो सकता था। छात्र-छात्राओं का कहना है कि शराब दुकान गांव के मुख्य मार्ग पर संचालित किया जाता है और शराब दुकान के 100 मीटर के फासले में दो निजी स्कूल सरस्वती शिशु मंदिर और गायत्री गुरुकुल संचालित है। स्कूल के छात्राएं हर दिन शराब दुकान पार कर स्कूल आना-जाना करते हैं। शराब दुकान के आसपास असमाजिक तत्वों का डेरा दिनभर लगा रहता है। इस दौरान पास से गुजरने वाले छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। इसके अलावा यहां से गुजरने वाली महिलाएं भी इससे परेशान रहती है।
स्कूली छात्र-छात्राओं को लेकर बोड़ला तहसीलदार राजश्री पांडेय ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे बच्चों को समझाइस दी। उन्होंने कहा कि शराब दुकान को हटाने के लिए प्रोसेस चल रहा है। इस सत्र से यहां पर संचालन नहीं होगा, ऐसी व्यवस्था की जा रही है। जो मांगे हैं परेशानी है उससे शासन-प्रशासन तक पहुंचाया जाएगा। जल्द ही जनहित में फैसला होगा, जिसके बाद छात्र-छात्राओं ने अपना प्रदर्शन बंद किया।