भाजपा नेता ने की आत्महत्या, अस्पताल में वीडियो बनाकर बताया कौन जिम्मेदार
MP BJP Leader Suicide: करोड़ों के लेन-देन को लेकर तनाव में थे मध्य प्रदेश भाजपा नेता, आत्महत्या से पहले अस्पताल में भर्ती होने के दौरान बनाया वीडियो, मचा हड़कंप
MP BJP Leader Suicide: करोड़ों के लेनदेन में फंसे शहर के प्रॉपर्टी कारोबारी और भाजपा नेता संतोष पांडे ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उसने अस्पताल में भर्ती होने के दौरान एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए मंडलोई और बिरला परिवार को जिमेदार ठहराया है। यह दोनों ही परिवारों राजनीति से जुड़े हुए हैं।
वीडियो सामने आने के बाद दोनों राजनीतिक परिवारों के साथ ही प्रॉपर्टी ब्रोकरों में भी हड़कंप मच गया है। सिंघाड़ तलाई में रहने वाले संतोष पांडे प्रॉपर्टी कारोबार में लंबे समय से सक्रिय थे। भाजपा से पार्षद का चुनाव भी लड़ा था। पिछले कुछ महीनों से वे करोड़ों रुपये के लेन-देन को लेकर तनाव में थे। बताया जा रहा है कि यह मामला मंडलोई परिवार की हाइवे पर स्थित बहुमूल्य जमीन से जुड़ा है, करोड़ों में पांडे ने जमीन का सौदा किया था। इसी जमीन का सौदा पांडे ने बिरला परिवार को 3.50 करोड़ में कर दिया। जमीन की सौदबाजी को लेकर पेंच फंस गया।
बैठक से लौट आत्मघाती कदम उठाया
बताया जाता है कि बिरला परिवार जमीन की रजिस्ट्री करने के लिए पांडे पर दबाव बना रहा था। हाल ही में 10 जून को बिरला परिवार ने पांडे को अपने किसी ठिकाने पर बुलाकर बैठक की। यह बैठक काफी तनाव भरी रही। बैठक में धमकाने की भी चर्चा है। यहां से आने के बाद से पांडे परेशान था। उसने अगले ही दिन 11 जून को अपने घर के अंदर बने कार्यालय में जहर पी लिया।
दोपहर में जब परिवार का सदस्य चाय लेकर आया तो पांडे नीचे पड़े हुए थे। इसके बाद पांडे को शहर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। यहां से इंदौर रैफर कर दिया गया। यहां विजय नगर थाना क्षेत्र के निजी अस्पताल में उपचार के दौरान गुरुवार सुबह पांडे ने दम तोड़ दिया। दोपहर में शव खंडवा लाया गया। शाम में किशोर कुमार मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार किया गया।
अस्पताल में रिकॉर्ड हुआ वीडियो
अस्पताल में भर्ती होने के दौरान पांडे ने जो वीडियो रिकॉर्ड किया, उसमें उन्होंने कहा मुझे परेशान किया जा रहा था। मेरे विजय बिरला व संजय बिरला पार्टनर थे। दोनों ने पांडेय का बताए बिना दस नए पार्टनर बना लिए। यह सब मिलकर उसे प्रताड़ित कर धमका रहे थे। उसने उपेंद्र मंडलोई और राजू मंडलोई की जमीन ली थी, जिसका सौदा 3.50 करोड़ में हुआ था। सौदेबाजी के समय उसने 36.50 लाख का चेक, 6 लाख रुपए नकद दिए थे।
इसके कुछ दिन बाद ढाई-ढाई लाख रुपए दिए। इस तरह लाखों रुपए लेने के बाद उपेंद्र और राजू ने जमीन देने से मना कर दिया। वे उसे रुपए भी वापस नहीं दे रहे थे। इधर संजय बिरला, विजय बिरला और राहुल उसे लगातार धमका रहे थे। इस वजह से उसने यह आत्महत्या की। अस्पताल में रिकॉर्ड हुआ वीडियो अब मुय साक्ष्य माना जा रहा है।
ये मामला भी चर्चा में
बताया जा रहा है कि संतोष पांडे ने इंदौर-इच्छापुर हाइवे पर डुल्हार फाटे के पास एक महिला की जमीन ली थी। चर्चा है कि महिला की मौत हो गई थी जिसके बाद जमीन को खरीदा गया था। पंधाना विधानसभा के एक आदिवासी नेता ने महिला के परिवार के सदस्य को तलाश लिया। उसे मुंबई से खंडवा बुलवाया। इसके बाद पांडे को इस व्यक्ति को मोटी रकम देनी पड़ी। इसमें बिचौलिया की भूमिका निभाने वाले नेता की झोली में भी रुपए आए थे, पांडे के हाथ खाली रह गए। अब पांडेय की मौत के बाद इस मामले को लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है।
जहर खाने से मौत
जहर खाने से इंदौर के अस्पताल में भर्ती संतोष पांडे की मौत हुई है। निजी अस्पताल विजय नगर थाने में आता हैं। वहां से डायरी नहीं मिली है। डायरी मिलने पर मर्ग कायम कर जांच की जाएगी। प्रारंभिक रूप से प्रापर्टी का विवाद सामने आया है।