CG News: जुगाड़ से संचालित किया जा रहे हॉस्टल
बखूबी इसे पिछले कुछ माह से छात्राओं के द्वारा ही संचालित किया जा रहा है, लेकिन छात्रावास में फैली अव्यवस्था अब धीरे-धीरे कर यहा रह रही छात्रवासी-छात्राओं के लिए परेशानी का सबब बन रहा है। दरअसल यहां रह रही छात्राएं मेस का संचालन स्वयं करती हैं यहां तक कि, उन्हें
राशन आदि लेने के लिए भी स्वयं के व्यय से किराए पर वाहन लेकर प्रत्येक सप्ताह बाजार जाना होता है।
इसके अलावा हॉस्टल में नियमित रूप से वार्डन के नहीं रहने से छात्राएं अपने आप को आसुरक्षित भी महसूस करती हैं। हालांकि छात्राओं ने पिछले दिनों क्षेत्रीय (Chhattisgarh News) विधायक से मिलकर अपनी यह समस्या बताई थी और उन्होंने मांग किया था कि, कॉलेज प्रबंधन के द्वारा जुगाड़ से संचालित किया जा रहे हॉस्टल शासन से स्वीकृत करवा दिया जाए जिससे उन्हें बेहतर सुविधा मिल सके।
दो लाख से ज्यादा का बिजली बिल बकाया
हॉस्टल को संचालित हुए अभी 3 से 4 माह ही हुए है और हॉस्टल में लगे बिजली का बिल 2 लाख से ज्यादा हो चुका है। जिसे अब तक नहीं हटाया गया है यदि यही स्थिति बनी रही तो शायद बिजली विभाग यहां की बिजली आगामी दिनों में काटने में कोई देरी नही करेगा।
सूत्रों की माने तो यहां तो सब कुछ लगभग ठीक ही है छात्रों के द्वारा ही अपनी व्यवस्था कर ली जा रही है लेकिन
बिजली का बिल कौन बताएगा यह सबसे बड़ी समस्या सामने आ गई है क्योंकि बिल की रकम कोई काम भी नहीं है। जिससे यहा रह रही ग्रामीण इलाकों की छात्राएं इसका वहांन कर सके।
हॉस्टल का संचालन
CG News: प्रभारी प्राचार्य, तिलक देवांगन ने जानकारी देते हुए कहा कि हॉस्टल का संचालन जैसे तैसे कर किया जा रहा है लेकिन बिजली बिल अधिक आने से थोड़ी परेशानी सामने आई है समय रहते इसका निराकरण निकाल लिया जाएगा।