धान खरीदी शुरू हो जाने के 25 दिनों बाद भी उनकी मांगों पर किसी तरह पहल नहीं होने पर संघ ने 12 दिसंबर से बेमुद्दत हड़ताल पर जाने का निर्णय ले लिया है। ऐसे में बुधवार को शासन की ओर से कोई हल नहीं निकाला गया तो प्रदेशभर के धान खरीदी कप्यूटर ऑपरेटर 12 दिसंबर से राजधानी रायपुर में धरने में बैठ जाएंगे। इससे धान खरीदी ठप पड़ जाएगी।
Dhan Kharidi: धान खरीदी में फिर आई दिक्कत
CG Paddy Procurement: गौरतलब है कि प्रदेशभर में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जा रही है। इसमें किसानों का टोकन से लेकर धान खरीदी के रोज के आंकड़े समेत अन्य कार्य कप्यूटर ऑपरेटरों के द्वारा किया जाता है। वहीं अब जाकर धान खरीदी ने रतार भी पकड़ी है। उपार्जन केंद्रों में धान की भरपूर आवक होने लगी है। ऐन ऐसे मौके पर अगर कप्यूटर ऑपरेटर काम छोड़कर
आंदोलन में चले जाएंगे तो धान खरीदी बेपटरी हो जाएगी। एक तरह से खरीदी बंद हो जाएगी।
ऐसा हुआ तो किसानों की भी मुसीबत बढ़ जाएगी। धान खरीदी के लिए अब डेढ़ माह का ही समय बचा है। अगर खरीदी बंद हो जाएगी तो किसानों के पास धान बेचने के लिए समय कम मिलेगा। इस सूरत में जब खरीदी शुरू होगी तो धान बेचने किसानों में होड़ मच जाएगी और अव्यवस्था का आलम होगा।
संविलियन समेत 3 मांगों को लेकर आंदोलन
छग समर्थन मूल्य
धान खरीदी कप्यूटर ऑपरेटर संघ की तीन सूत्रीय मांगें हैं। पहली उपार्जन केंद्रों में कार्यरत डॉटा एन्ट्री आपरेटर को खाद्य विभाग में संविलियन किया जाए। ऑपरेटर 2007 से विगत 17 सालों से ऐसे ही काम कर रहे हैं। दूसरा, नए वित्त निर्देश 2023 के तहत संविदा वेतनमान में 27 प्रतिशत बढ़ोतरी कर 23 हजार 350 रुपए वेतनमान 2023 अगस्त से दिया जाए।
तीसराधान खरीदी नीति 2024-25 की कंडिका (आगामी खरीफ वर्ष 2025-2026 में समितियों में डाटा एन्ट्री ऑपरेटरों की व्यवस्था छ. राज्य सहकारी विपणन संघ द्वारा ऑउट सोर्सिग से नियोजित करने के संबंध में माह अप्रैल 2025 में कार्रवाई) आदेश को विलोपित किया जाए।
आश्वासन के बाद अब तक नहीं लिया गया ठोस निर्णय: प्रदेशाध्यक्ष
अपनी लबित मांगों को लेकर छ.ग. समर्थन मूल्य धान खरीदी कप्यूटर ऑपरेटर संघ ने 12 दिसबर से बेमुद्दत हड़ताल की चेतावनी दी है।संघ के प्रदेशाध्यक्ष ऋषिकांत मोहरे ने स्थगन आंदोलन को पुन: प्रारंभ करने की सूचना देते हुए पत्र लिखा है जिसमें खाद्य विभाग छग.शासन एवं मंत्री स्वास्थ्य विभाग के मौखिक आश्वासन के हवाला देते हुए आवेदन में कहा गया है कि मंत्री के आश्वासन पश्चात आज पर्यन्त हमारी मांगों पर कोई विचार कर ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। ऐसे में प्रांतीय संगठन के आव्हान पर 3 सूत्रीय मांग को लेकर स्थगन
आंदोलन को पुन: प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत 12 दिसंबर से मांगें पूरी होने तक माना तूता धरना स्थल नवा रायपुर में प्रदेशभर के कप्यूटर ऑपरेटर आंदोलन में बैठ जाएंगे। इससे समर्थन मूल्य में धान खरीदी कार्य प्रभावित होगा,जिसकी समस्त जिमेदारी शासन, प्रशासन की होगी।