कार्यक्रम का दूसरा दिन झालावाड़ रोड स्थित होटल में हुआ, जहां रंगारंग प्रस्तुतियों ने सभी को रोमांचित कर दिया। डॉक्टर्स और उनके परिजनों ने डांस, गायन और खेल प्रतियोगिताओं में भाग लिया। कनाडा, दिल्ली, अमृतसर, हैदराबाद, जयपुर, जोधपुर और अन्य स्थानों से आए बैचमेट्स ने अपने अनुभव साझा किए। विदेश से आए बैच के स्टूडेंट डॉ. मीनाक्षी सलारिया, डॉ. आनंद कृष्ण भराली, डॉ. वनिता ने इसे एक अविस्मरणीय अनुभव बताया। कार्यक्रम के अंत में केक काटकर सभी ने इस खास मौके को सेलिब्रेट किया।
यादों का सफर… 1999 बैच के छात्र डॉ. राजेश सामर ने कहा, “यह केवल एक रीयूनियन नहीं था, बल्कि यादों को फिर से जीने का मौका था।” वहीं, डॉ. योगेश गौतम ने बताया कि कार्यक्रम को सफल बनाने में सीनियर डॉक्टर्स डॉ. मथुरा गुप्ता और डॉ. अभिनव शर्मा का विशेष योगदान रहा। सिल्वर जुबली रीयूनियन ने डॉक्टर्स को न केवल उनके पुराने दोस्तों से मिलने का अवसर दिया, बल्कि उन्हें अपने शिक्षक और कॉलेज के साथ एक बार फिर से जुड़ने का मौका भी दिया।