शनिवार रात से रविवार प्रात: 11 बजे तक लगने वाले जाम ने तालमेल अभाव की पोल खोलकर रख दी। शनिवार को मंडी में 25 हजार बोरी धनिया बिका था, उसके हिसाब से करीब साढ़े चार सौ से ज्यादा वाहन को मंडी में प्रवेश मिलना था, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। मंडी में जितने वाहन अंदर आए उसके बाद भी करीब पचास से ज्यादा ट्रैक्टरों की जिन्स खाली होने की जगह बच गई। इधर करीब तीन सौ ट्रैक्टरों को मंडी में जब जगह नहीं मिली तो वह सड़क पर आड़े तिरछे खड़े हो गए कि बाजार नंबर 3 वाली मुख्य सड़क पर शहीद पन्नालाल चौराहे से अबेडकर सर्किल व गुजराती बाजार से मुक्तिधाम वाली सड़क पर बाइक से निकलना दुश्वार हो गया। सड़क पर यह जाम हटाने में करीब चार घंटे से अधिक का समय लगा। इन जिन्स भरे वाहनों को साबू मैदान में खड़ा करवाया गया, जिनको सोमवार रात तक यहां खड़ा रहना पड़ेगा।
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लोगों का कहना है कि रामगंजमंडी में जिन्स लेकर आने वाले किसान को एक जगह खड़ा करके उनको टोकन देकर भेजने की व्यवस्था बनाई लेकिन वह शनिवार को तार-तार हो गई। खैराबाद के अलावा जुल्मी सड़क मार्ग पर भी वाहन खड़े कर दिए। टोकन व्यवस्था एक जगह से इस कारण नहीं बनी, जिनको टोकन नहीं मिला वह भी अपना वाहन लेकर आ गया जिससे व्यवस्था बिगड़ गई।
छुट्टी के दिन ऐसे दिखे मंडी यार्ड में नजारे
मंडी यार्ड में रविवार को छुट्टी के कारण जिन्स कारोबार नहीं हुआ। यार्ड में जिन्स लेकर आने वाले किसान जिन्स की ढेरियां करने के बाद यार्ड में धूप में तेजी के कारण छाया वाले स्थान पर बैठे दिखे। कुछ किसानों का समूह ट्यूबलर शेड में ताश के पत्तों से मनोरंजन करते दिखा तो कुछ जगह समूह के रूप में किसान अपने परिवार के साथ जिन्स के बारे में बातचीत करते नजर आए। यह भी पढ़ें