कोटा शहर में रविवार को मौसम ने फिर करवट ली। सुबह और शाम को रिमझिम बारिश होने से मौसम में ठंडक घुल गई। दिनभर आसमान में बादल छाए रहे। उमस का जोर बना रहा, लेकिन बरसात नहीं हुई। शाम 6 बजे बाद फिर काली घटाएं छाई और उसके बाद झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया। जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली।
कोटा बैराज के गेट खुलने के बाद चंबल नदी में शनिवार रात से ही पानी की आवक बढ़ गई। ऐसे में कैथूदा के पास झरेर के बालाजी पुलिया पर रविवार सुबह करीब तीन फीट पानी हो गया। इससे से खातौली-सवाईमाधोपुर मार्ग बंद हो गया। इसके अलावा पार्वती, कालीसिंध व अन्य नदियों में भी जलस्तर बढ़ रहा है। प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की अपील की है और आपदा प्रबंधन टीमें निगरानी में जुटी हैं।
बारां शहर समेत जिले भर में रविवार को सुबह से ही बादल छाए रहे लेकिन केवल पांच उपखण्डो में ही मामूली बरसात हुई। वही बिते 24 घंटे में सर्वाधिक बरसात छबड़ा में 30 एमएम हुई है।
झालावाड़जिले में रविवार को कई जगह सुबह से दोपहर तक बारिश का दौर जारी रहा। जिले में रविवार को सर्वाधिक बरसात डग में 15 मिमी दर्ज की गई। जिले में अभी तक औसत बारिश 103.03 एमएम दर्ज की गई।
बूंदी जिले में रविवार को दिनभर बादल छाए रहे। वहीं बूंदी शहर में छह बजे हल्की बूंदाबांदी हुई। वहीं दिनभर बादल छाए रहने से लोगों को गर्मी से राहत मिली। तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
आगे ऐसा रहेगा मौसम जयपुर मौसम केन्द्र के अनुसार, कम दबाव का क्षेत्र उत्तर प्रदेश के ऊपर बना हुआ है। इससे 23-24 जून को पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश की गतिविधियां में बढ़ोतरी होने की संभावना है। इस दौरान कोटा, भरतपुर व जयपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी/अतिभारी बारिश होने की संभावना है। 23 जून को कोटा, भरतपुर व जयपुर संभाग में एक दो स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश होने की भी संभावना है। पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग के कुछ भागों में 25-27 जून के दौरान आंधी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में आगामी दिनों में बैक टू बैक सिस्टम बनने के कारण पूर्वी राजस्थान में पुनः 27 जून से भारी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की संभावना है।