बिना पैसे कोई काम नहीं होता
वायरल वीडियो में भाजपा नेत्री नूतन दुबे कहती नजर आ रही हैं कि प्रदेश सरकार के किसी भी दफ्तर में बिना रिश्वत के कोई भी काम नहीं होता। उन्होंने कहा, “सरकार की नीतियों को अधिकारी लागू नहीं कर रहे। अधिकारी तो बस लूट में लगे हैं। कोई भी काम कराने के लिए पैसे देने पड़ते हैं।”
घूस देने का सबूत कहां से लाएं?
नूतन दुबे ने सरकार के शीर्ष नेतृत्व पर भी सवाल खड़ा करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री हमसे घूस का सबूत मांगते हैं, लेकिन हम कैसे दें? क्या जहां घूस दे रहे हैं वहां फोटो खींचें?” उन्होंने बताया कि कई बार अधिकारियों की शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती। अधिकारी सरकार की छवि धूमिल कर रहे हैं।
थाने तक में पैसा देना पड़ता है
भाजपा नेत्री ने यह भी दावा किया कि थानों में भी बिना पैसों के कोई सुनवाई नहीं होती। उन्होंने कहा, “चाहे तहसील हो या थाना, हर जगह पैसे देने पड़ते हैं। सभी सरकारी कर्मचारी और अधिकारी भ्रष्ट हो चुके हैं।”
विपक्ष को मिला मुद्दा, सरकार पर बढ़े सवाल
भाजपा नेत्री के इस बयान के बाद विपक्षी दलों को सरकार पर निशाना साधने का बड़ा मौका मिल गया है। वहीं, प्रशासन अब तक इस वायरल वीडियो पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दे सका है। भाजपा की ही नेत्री के इस वीडियो से सरकार के ‘जीरो टॉलरेंस’ के दावों पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। क्या अब सरकार इन आरोपों की जांच कराएगी या एक बार फिर इसे आंतरिक असंतोष कहकर टाल दिया जाएगा – यह देखना दिलचस्प होगा।