पीड़िता के पिता ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी बड़ी बेटी की दो साल पहले फूलबेहड़ थाना क्षेत्र के सिसैया पुरवा गांव के एक शख्स से शादी हुई थी। पिछले साल जब बड़ी बेटी की तबीयत खराब हुई, तो उन्होंने अपनी 16 साल की छोटी बेटी को उसकी देखभाल के लिए ससुराल भेजा था।
लेकिन, वहां उनकी छोटी बेटी के साथ भयानक घटना घटी। आरोप है कि दामाद ने उसे डराया-धमकाया और उसके साथ दुष्कर्म किया। जब वह घर लौटी और पेट में दर्द की शिकायत की, तो पिता उसे डॉक्टर के पास ले गए। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में लड़की के गर्भवती होने का पता चला। पूछने पर पीड़िता ने अपने जीजा की काली करतूत का खुलासा किया।
जीजा के साथ ही रहने का हुआ फैसला
इसके बाद जब पीड़िता के पिता बड़ी बेटी के ससुराल गए और दामाद से बात की, तो पहले तो उसने बलात्कार से इनकार किया। लेकिन जब उसे पुलिस की धमकी दी गई और पिता ने शिकायत दर्ज कराने की बात कही, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उस समय दोनों परिवारों ने बैठकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की और यह फैसला लिया गया कि छोटी बेटी की शादी भी उसी दामाद के साथ करा दी जाएगी। यह समझौता भी हुआ कि दोनों बहनें एक साथ एक ही घर में रहेंगी। हालांकि, कुछ दिनों बाद बड़ी बेटी का अपने पति से झगड़ा हुआ और वह मायके चली गई। इसी बीच, आरोपी दामाद और उसके परिवार वालों ने कथित तौर पर छोटी बेटी का गर्भपात करा दिया और फिर उसे दवा के नाम पर तेजाब पिला दिया।
दवा के नाम पर पिला दिया तेजाब
तेजाब पीने से नाबालिग की तबीयत बिगड़ गई। जब पिता अपनी बेटी का हालचाल लेने पहुंचे, तो उन्हें ससुराल वालों की करतूतों के बारे में पता चला। बेटी ने अपने पिता को आपबीती सुनाई और बताया कि उसके पति और ससुराल वालों ने उसे दवा कहकर तेजाब पिलाया था। पिता ने हंगामा किया, तो दामाद ने बेटी का अच्छे से इलाज कराने का आश्वासन दिया। लेकिन बुधवार को इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई।
अपनी बेटी की मौत के बाद पीड़ित पिता ने दामाद और उसके परिवार के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस ने लड़की के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गहन जांच कर रही है। यह घटना लखीमपुर खीरी में इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक बड़ी त्रासदी के रूप में सामने आई है।