क्या वाटरप्रूफ फोन सच में पूरी तरह सुरक्षित है?
कई स्मार्टफोन कंपनियां अपने मिडरेंज और प्रीमियम डिवाइसेज को IP रेटिंग के आधार पर वाटरप्रूफ या वाटर-रेसिस्टेंस बताती हैं। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं होता कि आपका फोन पानी या नमी से पूरी तरह सुरक्षित है। IP रेटिंग होने के बावजूद फोन पर पानी या होली के रंगों का असर पड़ सकता है। अगर फोन को नुकसान होता है, तो कंपनी की वारंटी भी इसे कवर नहीं करती। ये भी पढ़ें- AC खरीदने जा रहे हैं? ये 5 बातें नजरअंदाज कीं तो पछताएंगे, पैसा हो जाएगा बर्बाद!
IP रेटिंग का क्या मतलब होता है?
IP रेटिंग किसी भी स्मार्टफोन की पानी और धूल से बचाव की क्षमता को बताती है। नीचे हम आपको उदाहरण दे रहे हैं जिससे सही तरीके से समझ सकेंगे। IP68 रेटिंग वाले फोन 1.5 मीटर गहरे ताजे पानी में 30 मिनट तक सुरक्षित रह सकते हैं। यह सुरक्षा सिर्फ साफ पानी के लिए होती है, न कि खारे पानी, स्विमिंग पूल के पानी या होली के रंगों के लिए। इसके अलावा, समय के साथ फोन की IP रेटिंग भी कमजोर हो सकती है। गिरने, स्क्रैच लगने या अन्य फिजिकल डैमेज के कारण इसकी वाटर रेसिस्टेंस सील डैमेज हो सकती है, जिससे नमी अंदर जा सकती है और फोन खराब हो सकता है।
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होली के रंगों से फोन को क्या खतरा है?
होली के रंगों में कई तरह के रसायन होते हैं, जो फोन के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। स्पीकर ग्रिल, रिसीवर और चार्जिंग पोर्ट में रंग जाने से फोन में केमिकल रिएक्शन हो सकते हैं। अबीर-गुलाल के छोटे कण भी फोन को स्थायी रूप से डैमेज कर सकते हैं। वाटर डैमेज की स्थिति में फोन की वारंटी मान्य नहीं होती।फोन को सुरक्षित रखने के लिए क्या करें?
होली पर अपने फोन को सुरक्षित रखने के लिए इन सावधानियों को बरत सकते हैं।1 – वाटरप्रूफ केसिंग का इस्तेमाल करें।
2 – फोन के गीला होने पर उसे तुरंत सुखाएं और कुछ समय के लिए इस्तेमाल न करें।
3 – स्पीकर, चार्जिंग पोर्ट और अन्य खुले हिस्सों को टेप से कवर करें।
4 – किसी भी कीमत पर फोन को पानी या रंगों के संपर्क में न आने दें।