बालों में अंडे लगाने के कमाल के फायदे (Amazing benefits of applying eggs to hair)
बालों को मजबूती देना (Strengthen hair)
अगर आपके भी बाल ज्यादा झड़ते हैं, तो आपके लिए भी अंडा लगाना फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि अंडे में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है, जो बालों को मजबूत और स्वस्थ बनाता है और टूटने और झड़ने को कम करने में मदद करता है।
ग्रोथ के लिए फायदेमंद (Beneficial for growth)
अंडे में बायोटिन (Vitamin B7) भी होता है, जो बालों के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। यह बालों की जड़ों को मजबूत करता है, जिससे बाल तेजी से बढ़ते हैं और घने होते हैं। साथ ही इसमें मौजूद विटामिन E और फैटी एसिड्स बालों की नमी बनाए रखने में मदद करते हैं, जिससे बाल मुलायम और चमकदार बनते हैं। हेल्दी स्कैल्प (Healthy scalp)
अंडे की योल्क (Yolk) में लैक्टिन नामक तत्व पाया जाता है, जो स्कैल्प को नमी और पोषण देने में मदद करता है। इससे स्कैल्प हेल्दी बनता है और बालों की ग्रोथ में मदद करता है।
बालों में चमक लाना (Add shine to hair)
अंडे के प्रोटीन और तेल बालों की सतह को सिल्की और चमकदार बनाते हैं। यह बालों को हल्की सी चमक देते हैं, जिससे बाल सुंदर और स्वस्थ नजर आते हैं।
बालों में अंडा लगाने के तरीके को भी जान लें (Also know the method of applying egg to hair)
अंडे को डायरेक्ट अप्लाई (Simple Egg Application)
आप अपने बालों में अंडे को डायरेक्ट अप्लाई कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले एक अंडा लें और उसे अच्छे से फेंट लें। अब इसे अपने स्कैल्प और बालों की लंबाई पर अच्छी तरह से लगाएं। फिर अंडे को बालों में अच्छी तरह से मसाज करें ताकि यह बालों की जड़ों तक पहुंच सके। फिर करीबन आधे घंटे तक बालों में रखने के बाद गुनगुने पानी से धो लें। इसके बाद कम pH वाले शैम्पू की मदद से बालों को धो लें। इससे बाल स्मूथ और स्ट्रांग रहते हैं। अंडा और शहद का मिश्रण (Egg and Honey Mixture)
अगर आपके बालों में स्प्लिट एंड्स आ गए हैं और बालों की चमक चली गई है, तो एक कटोरी में एक चमच
शहद और
जैतून तेल (या नारियल तेल) मिला लें। फिर इस मिश्रण को अपने बालों और स्कैल्प पर अच्छे से लगाएं। सूखने के बाद गुनगुने पानी से बालों को वाश कर लें और फिर शैम्पू से अच्छे से बालों को धो लें। इससे मुलायम और चमकदार बाल मिलेंगे।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।