Monsoon Health Tips: मानसून में बच्चों को सर्दी-खांसी और संक्रमण से बचाना है? अपनाएं ये असरदार घरेलू उपाय
Monsoon Health Tips: मॉनसून में कुछ आसान और प्रभावी उपायों को अपनाकर बच्चों को होने वाले संक्रमण से सुरक्षित रखा जा सकता है और उनकी सेहत बनी रह सकती है। यहां कुछ टिप्स दिए गए हैं जिनकी मदद से आप अपने बच्चों को मॉनसून के संक्रमण से बचा सकते हैं।
Natural ways to protect kids from infections
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Monsoon Health Tips For Kids: मानसून का मौसम जहां ठंडक और सुकून लेकर आता है, वहीं यह बच्चों के स्वास्थ्य के लिए कई तरह की परेशानियां भी खड़ी करता है। खासकर इस मौसम में वायरल संक्रमण, सर्दी-खांसी और बुखार जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। बच्चों का इम्यून सिस्टम बड़ों की तुलना में कम होता है, इसलिए उन्हें इस मौसम में खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। आइए जानते हैं कुछ असरदार और आसान घरेलू उपाय, जिनसे मानसून के दौरान बच्चों को सर्दी-खांसी और अन्य वायरल बीमारियों से बचाया जा सकता है।
रात को सोने से पहले गुनगुने दूध में चुटकीभर हल्दी डालकर बच्चों को पिलाएं। हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
भाप दिलवाएं (Get steam)
नाक बंद और खांसी की शिकायत होने पर बच्चों को गुनगुने पानी की भाप दिलवाएं। इसमें एक-दो बूंद यूकेलिप्टस ऑयल भी डाल सकते हैं। इससे बंद नाक खुलती है और श्वसन तंत्र को राहत मिलती है।
तुलसी और शहद का सेवन (Consumption of basil and honey)
तुलसी की 4-5 पत्तियों को उबालकर उसमें थोड़ा शहद मिलाकर बच्चों को दिन में एक बार दें। यह खांसी और गले की खराश को कम करने में सहायक है।
गीले कपड़े से बचाएं (Protect from wet clothes)
बारिश के मौसम में कपड़े जल्दी सूखते नहीं हैं, जिससे उनमें नमी रह जाती है। ऐसे कपड़े पहनने से बच्चों को सर्दी लग सकती है। इसलिए सुनिश्चित करें कि बच्चे सूखे और गर्म कपड़े पहनें।
खानपान का ध्यान रखें (Take care of your diet)
बच्चों के भोजन में विटामिन-C युक्त फल जैसे संतरा, आंवला, नींबू आदि शामिल करें। ये उनकी इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद करते हैं। इसे भी पढ़ें- UTI: मानसून में यूरिन इन्फेक्शन से बचने के लिए अपनाएं ये 5 आसान उपाय
पैरों को गर्म रखें (Keep feet warm)
बच्चों को मोजे पहनाकर रखें, खासकर रात के समय। पैरों को गर्म रखने से शरीर का तापमान संतुलित रहता है और सर्दी से बचाव होता है।
समय पर डॉक्टर से परामर्श (Consult a doctor on time)
अगर सर्दी-खांसी तीन दिनों से अधिक बनी रहती है या बुखार के साथ आती है, तो घरेलू उपायों के साथ डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।