फैटी लिवर क्या है और क्यों होता है?
फैटी लिवर एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर की कोशिकाओं में वसा जमा हो जाती है। यह समस्या अधिक तेलीय खाना खाने, मोटापा, शराब का सेवन, शुगर और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण हो सकती है। समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए तो यह नॉन-एल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) या लिवर सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है। डॉक्टर के इलाज के साथ-साथ कुछ घरेलू उपाय भी फैटी लिवर को ठीक करने में मदद करते हैं। इन्हीं में से एक उपाय है सौंफ का पानी पीना। यह शरीर को अंदर से साफ करने में मदद करता है और लिवर को आराम देता है।
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सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। जिससे लिवर पर कम दबाव पड़ता है। साथ ही इसमें मौजूद फ्लेवोनॉयड्स और फाइटो न्यूट्रिएंट्स लिवर की कोशिकाओं को फ्री-रैडिकल्स से बचाते हैं और टॉक्सिन्स को बाहर निकालते हैं।
सौंफ का पानी शरीर में जमा वसा को तोड़ने में भी मदद करता है। जिससे फैटी लिवर की स्थिति धीरे-धीरे सुधर सकती है। इसके नियमित सेवन से लिवर की कार्यक्षमता बेहतर होती है और शरीर में सूजन भी कम होती है।
कब और कैसे करें सौंफ पानी का सेवन?
सौंफ पानी तैयार करना बेहद आसान है। रात में 1 से 2 चम्मच सौंफ को एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह उठकर इस पानी को छानकर खाली पेट पी लें। चाहें तो हल्का गुनगुना करके भी पी सकते हैं। ध्यान रखें कि सौंफ पानी का असर तभी होगा जब आप संतुलित आहार लें, तली-भुनी चीजें कम करें और रोजाना थोड़ी एक्सरसाइज भी करें। रोजाना सुबह खाली पेट सौंफ पानी पीने से न सिर्फ लिवर को राहत मिलती है, बल्कि गैस, एसिडिटी और पेट की जलन जैसी समस्याएं भी कम होती हैं। डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।