वेदांत माधवन की अनुशासित दिनचर्या
आर. माधवन ने बताया कि उनके बेटे वेदांत का दिन रात 8 बजे खत्म हो जाता है और सुबह 4 बजे शुरू होता है। वेदांत एक प्रोफेशनल स्विमर हैं। उनका यह सख्त रूटीन सिर्फ खेल के लिए नहीं, बल्कि मानसिक मजबूती और आत्म-नियंत्रण का भी उदाहरण है। यह दिनचर्या न सिर्फ शरीर को मजबूत बनाती है, बल्कि मन को भी शांत और फोकस्ड रखने में मदद करती है।क्या होता है ब्रह्म मुहूर्त?
ब्रह्म मुहूर्त वह पवित्र समय होता है जो सूर्योदय से लगभग 1.5 घंटे पहले आता है, यानी सुबह लगभग 4 बजे से 6 बजे के बीच। आयुर्वेद और योग शास्त्रों में इसे आत्मचिंतन, ध्यान, योग और पढ़ाई के लिए सर्वोत्तम समय माना गया है। इस समय प्रकृति पूरी तरह से शांत होती है, जिससे शरीर, मन और आत्मा के बीच तालमेल बिठाना आसान हो जाता है।ब्रह्म मुहूर्त में उठने के लाभ
मानसिक शांति और स्पष्टता
सुबह का शांत माहौल मन को शांत करता है। इस समय ध्यान और प्रार्थना करने से सोचने की शक्ति और सकारात्मकता बढ़ती है।बेहतर नींद और शरीर की घड़ी ठीक होती है
समय पर सोकर और सुबह जल्दी उठने से नींद अच्छी आती है और शरीर दिनभर तरोताजा रहता है।पूरे दिन एनर्जी बनी रहती है
सुबह जल्दी उठने से दिन की शुरुआत पॉजिटिव तरीके से होती है, जिससे पूरे दिन आप एक्टिव और फोकस्ड रहते हैं।पाचन और मेटाबॉलिज्म सुधरता है
सुबह हल्का योग या वॉक करने से पाचन तंत्र बेहतर होता है और वजन भी कंट्रोल में रहता है।समय की बेहतर प्लानिंग
जल्दी उठने से आपके पास दिन को अच्छे से प्लान करने का समय होता है, जिससे पढ़ाई, काम और जीवन सब बेहतर बनता है।कैसे डालें ब्रह्म मुहूर्त में उठने की आदत?
धीरे-धीरे समय बदलें
हर दिन अलार्म को 15 मिनट पहले सेट करें और धीरे-धीरे 4 बजे उठने की आदत डालें।