कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही रविवार को लखनऊ के BKT और इटौंजा क्षेत्र में खाद के स्टाक और दामों की जांच करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने स्थानीय दुकानों पर स्वयं खाद खरीदने का प्रयास किया। यहां दुकानदार ने उन्हें अधिक दाम में खाद चेप दी। एक बोरी यूरिया का दाम 266 रुपए है लेकिन दुकानदार ने 300 रुपए प्रति बोरी के हिसाब से रेट लगाया। वहीं अगर डीएपी की बात करें तो 1350 रुपए एक बोरी कीमत है, जबकि दुकानदार ने डीएपी को मंत्री जी को 1500 रुपए प्रति बोरी के हिसाब से दी। खाद पर हुई कृषि मंत्री के साथ ठगी पर उन्होंने कहा कि, ‘स्वयं खाद खाद की खरीदारी की और दुकानदार ने मुझे अधिक दामों में खाद बेची। इस प्रकार से अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसानों की स्थिति क्या होगी।’
वहीं एक अन्य दुकान पर निरीक्षण के दौरान स्टॉक रजिस्टर में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। दुकानदार ने स्टॉक में उपलब्ध खाद की मात्रा को कम दर्शाया था, जिससे कालाबाजारी की आशंका जताई जा रही है. मंत्री ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए।
कृषि मंत्री ने दो दुकानों का लाइसेंस तुरंत प्रभाव से निरस्त कर दिया। इसके अलावा स्टॉक अनियमितता पाए जाने वाली दुकान को नोटिस जारी किया गया। उन्होंने कहा, ‘किसानों को किसी भी तरह की असुविधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो भी दुकानदार नियमों का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।’
प्रदेश में अधिक दामों पर खाद बेचने की आ रही थी शिकायतें
प्रदेश में खाद की किल्लत और मनमाने दामों की शिकायतें पिछले कुछ समय से बढ़ रही थीं। किसान संगठनों ने आरोप लगाया था कि कुछ दुकानदार खाद की कृत्रिम कमी पैदा कर अधिक कीमत वसूल रहे हैं।