तेज पछुआ हवाओं का असर
पिछले दो दिनों से प्रदेश भर में दिन के समय तेज धूप और रूखी हवा लोगों को गर्मी का अहसास करा रही है। कई जगहों पर दिन का तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया है।लखनऊ के साथ यूपी का मौसम अपडेट: बदलेगा मौसम, बारिश के साथ गिरेगा तापमान,ताजा अपडेट
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ और उष्ण कटिबंधीय जेट धारा के प्रभाव से उत्तर प्रदेश समेत पूरे उत्तर भारत में 25 से 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी पछुआ हवाएं चलेंगी। इन हवाओं की वजह से शुक्रवार तक दिन के तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस और रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की जा सकती है।गर्मी से मिलेगी राहत, लेकिन अस्थायी
इन ठंडी पछुआ हवाओं के चलते प्रदेशवासियों को हल्की ठंडक का एहसास होगा और गर्मी से थोड़ी राहत मिलेगी। लेकिन, यह राहत ज्यादा दिनों तक नहीं टिकेगी। मौसम विभाग के अनुसार, 15 फरवरी के बाद पछुआ हवाओं की रफ्तार थमने लगेगी और तापमान फिर से बढ़ने लगेगा। इसके बाद दिन का पारा चढ़ेगा और गर्मी का प्रभाव बढ़ने लगेगा।![Cold Winds to Sweep Uttar Pradesh](https://cms.patrika.com/wp-content/uploads/2025/02/12feb00.jpg?w=640)
किसानों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी
मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे इस मौसम परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए अपनी फसलों की देखभाल करें। तेज पछुआ हवाओं के कारण नमी की मात्रा घट सकती है, जिससे रबी फसलों पर असर पड़ सकता है। ऐसे में सिंचाई का सही प्रबंधन करने की जरूरत होगी।लखनऊ, प्रयागराज समेत यूपी के जिलों में दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय, जानें जिलों का नया अपडेट
प्रदेश में विभिन्न जिलों का तापमान
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में तापमान इस प्रकार रहने की संभावना है:स्वास्थ्य पर असर और एहतियात
यूपी में ठंड की विदाई: फरवरी में ही तापमान 30 डिग्री के करीब, मौसम रहेगा शुष्क
मौसम परिवर्तन के चलते सर्दी, जुकाम और फ्लू जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। खासतौर पर बुजुर्गों और बच्चों को ठंडी हवाओं से बचाने की सलाह दी गई है।मौसम के उतार-चढ़ाव से बचने के उपाय
- सुबह और रात के समय गर्म कपड़े पहनें।
- मौसम के अनुसार आहार में बदलाव करें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें।
- बाहर निकलते समय मास्क पहनें, ताकि धूल और ठंडी हवा से बचा जा सके।