मानदेय में कितना हुआ इजाफा?
परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि चालकों के मानदेय में 9% और परिचालकों के मानदेय में 7% वृद्धि की गई है। वर्तमान में संविदा चालकों और परिचालकों को 1.89 रुपये प्रति किलोमीटर की दर से मानदेय मिलता था। यह दर अब बढ़ाकर चालकों के लिए 2.06 रुपये प्रति किलोमीटर और परिचालकों के लिए 2.02 रुपये प्रति किलोमीटर कर दी गई है। इसका मतलब है कि चालकों के मानदेय में 17 पैसे प्रति किलोमीटर और परिचालकों के मानदेय में 13 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की गई है। यह वृद्धि सीधे तौर पर संविदा कर्मियों के मासिक आय पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी। 32 हजार संविदा कर्मियों को होगा लाभ
रोडवेज के प्रवक्ता अजीत कुमार सिंह ने बताया कि इस फैसले से उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के लगभग 32,000 संविदा कर्मियों को लाभ होगा। बढ़े हुए मानदेय से कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और यह उनके लिए प्रोत्साहन का काम करेगा।
किन क्षेत्रों में मानदेय यथावत रहेगा?
- हालांकि, कुछ खास क्षेत्रों में मानदेय में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह क्षेत्र निम्नलिखित हैं:
- एनसीआर क्षेत्र: कौशांबी, साहिबाबाद, और लोनी डिपो के चालक और परिचालक।
- गोरखपुर क्षेत्र: अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट स्थित सोनौली, सिद्धार्थनगर, और महाराजगंज डिपो।
- नगरीय और ग्रामीण सेवाएं:नोएडा क्षेत्र की नगरीय सेवाएं और ग्रामीण सेवाएं।
- इन क्षेत्रों में संविदा चालकों और परिचालकों का मानदेय पूर्ववत रहेगा।
नवीन उत्तम प्रोत्साहन योजना
परिवहन निगम ने संविदा चालकों और परिचालकों के लिए नवीन उत्तम प्रोत्साहन योजना की शुरुआत भी की है। यह योजना कर्मचारियों को अधिक प्रेरित और उत्पादक बनाने के उद्देश्य से लाई गई है।
योजना के लाभ
- चालक:दो वर्षों की निरंतर सेवा आवश्यक।
- परिचालक: चार वर्षों की निरंतर सेवा अनिवार्य।
योग्यता मानदंड
- चालकों को वित्तीय वर्ष में 288 दिन की ड्यूटी और 66,000 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी।
- परिचालकों के लिए भी यही शर्त लागू होगी।
दुर्घटना मुक्त रिकॉर्ड आवश्यक है।
पुरानी योजना में बदलाव
पहले लागू नवीन उत्कृष्ट योजना के तहत 78,000 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी। अब इसे घटाकर 66,000 किलोमीटर कर दिया गया है। यह बदलाव कर्मचारियों के लिए राहत लेकर आया है। कर्मचारी संगठनों की प्रतिक्रिया
रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद (उत्तर प्रदेश) के महामंत्री गिरीश चंद्र मिश्र और संविदा चालक-परिचालक संघर्ष यूनियन के महामंत्री कन्हैया लाल पांडेय ने इस निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला संविदा कर्मियों के प्रति सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाता है।
फैसले का व्यापक प्रभाव
इस वृद्धि के बाद संविदा चालकों और परिचालकों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। यह कदम कर्मचारियों को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगा। साथ ही, परिवहन निगम के प्रति उनका विश्वास और निष्ठा भी बढ़ेगी। महत्वपूर्ण बिंदु
- कुल संविदा कर्मी: 32,000।
- वर्तमान मानदेय: 1.89 रुपये प्रति किलोमीटर।
- बढ़ा हुआ मानदेय:
- चालक: 2.06 रुपये प्रति किलोमीटर।
- परिचालक: 2.02 रुपये प्रति किलोमीटर।
- लाभान्वित क्षेत्र: पूरे उत्तर प्रदेश (एनसीआर और अन्य विशेष क्षेत्र को छोड़कर)।
- प्रोत्साहन योजना: नई उत्तम प्रोत्साहन योजना लागू।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम का यह फैसला संविदा चालकों और परिचालकों की मेहनत को मान्यता देने का प्रतीक है। बढ़ा हुआ मानदेय और नई प्रोत्साहन योजना दोनों ही कर्मचारियों के लिए लाभकारी साबित होंगे। यह कदम रोडवेज के कार्य संचालन को और प्रभावी बनाने में भी सहायक होगा।