हाजी कलीम उल्लाह खां ने इस नई किस्म के आम को लेकर बताया कि उन्होंने इसका नामकरण रक्षामंत्री के नेतृत्व में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की प्रेरणा से किया है। यह ऑपरेशन उस समय किया गया था जब पाकिस्तानी आतंकियों ने पहलगाम में नरसंहार किया था। उस साहसिक कार्य से प्रेरित होकर इस आम की नई किस्म को ‘राजनाथ मैंगो’ नाम देना उन्हें उचित प्रतीत हुआ।
इस पेड़ की विशेष बात यह है कि इसमें करीब सात से आठ साल के बाद पहली बार फल आया है। फल देखने में आकर्षक है- लगभग 10 इंच लंबा और 700 ग्राम तक भारी। हालांकि इसका स्वाद पकने के बाद ही पूरी तरह सामने आएगा। कलीम उल्लाह खां का दावा है कि यह आम भी उन्हीं की परंपरा का हिस्सा है, जिसमें वे एक ही पेड़ पर सैकड़ों किस्मों के आम उगाने में महारत रखते हैं।
कलीम उल्लाह खां ने कहा कि आम की यह किस्म तैयार होकर जैसे ही पूर्णतः पक जाएगी, वह इसे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को भेंट करेंगे। इस पेड़ को देखने के लिए लोगों को चारों ओर से घूमना पड़ता है, क्योंकि इसकी बनावट और विकास प्रकिया बेहद अनूठी है।
भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर
इस खबर के सामने आते ही भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर दौड़ गई। भाजपा जिलाध्यक्ष विजय मौर्य ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि हाजी साहब द्वारा तैयार की गई यह किस्म राष्ट्र को गौरवान्वित करने वाली है। मंडल अध्यक्ष आशीष द्विवेदी ने कहा कि आम की इस किस्म के नामकरण से सेना के सम्मान को नई ऊंचाई मिली है।