UP Police Recruitment 2025: 60,244 युवाओं को मिला भविष्य का आधार, नियुक्ति पत्र बने सपनों की उड़ान, रचा नया कीर्तिमान
Mega Job Fair in Lucknow: रविवार को लखनऊ में आयोजित ‘रोजगार के महाकुंभ’ ने इतिहास रच दिया, जब प्रदेश के 60,244 नव चयनित पुलिस सिपाहियों को एक साथ नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। भीषण गर्मी के बावजूद व्यवस्था व अनुशासन की मिसाल पेश करते हुए कार्यक्रम ने योगी सरकार की प्रशासनिक क्षमता का प्रभावशाली प्रदर्शन किया।
लखनऊ बना देश का सबसे बड़ा नियुक्ति केंद्र फोटो सोर्स : Patrika
UP Police Recruitment Rojgar Mahakumbh: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ ने रविवार को एक ऐतिहासिक दृश्य का साक्षी बना, जब प्रदेश के कोने-कोने से आए 60,244 नव चयनित सिपाही एक साथ “रोजगार के महाकुंभ” में नियुक्ति पत्र प्राप्त करने पहुँचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आयोजित यह कार्यक्रम न केवल विशालता में अभूतपूर्व था, बल्कि अनुशासन, सुव्यवस्था और प्रशासनिक कुशलता का अद्वितीय उदाहरण भी प्रस्तुत करता रहा।
जहाँ एक ओर प्रयागराज में चल रहे धार्मिक महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति है, वहीं लखनऊ में ‘रोजगार के महाकुंभ’ ने एक नए इतिहास की नींव रखी। भीषण गर्मी, विशाल भीड़ और व्यापक व्यवस्थाओं के बावजूद जो संयम, अनुशासन और समर्पण देखने को मिला, वह उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक प्रबंधन की पराकाष्ठा का परिचायक है।
इतिहास रचते 60,244 नियुक्ति पत्र
इस भव्य आयोजन में एक साथ 60,244 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। इनमें लगभग 12,000 महिलाएं भी शामिल थीं, जिन्होंने सलवार सूट और साड़ी में उपस्थिति दर्ज करवाई। पुरुष अभ्यर्थी निर्धारित ड्रेस कोड — खाकी पैंट, सफेद शर्ट व सफेद टोपी में पहुंचे थे। हर मंडल के अभ्यर्थी अपने अधिकारियों के साथ समय से पहले पहुंचे और निर्धारित ब्लॉक में क्रमबद्ध बैठ गए। इस पूरी प्रक्रिया में कहीं कोई अव्यवस्था नहीं हुई, जो कि इस आयोजन की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा सकती है।
60 हजार से अधिक लोगों की उपस्थिति में भी न कोई अफरा तफरी, न कोई अव्यवस्था। यह देख हर कोई दंग रह गया। लोग पंक्तिबद्ध खड़े हुए, ब्लॉक की व्यवस्था का सख्ती से पालन किया गया और हर नियुक्ति पत्र सुनियोजित प्रणाली के तहत सौंपा गया। किसी भी सरकारी आयोजन में ऐसी व्यवस्था कम ही देखने को मिलती है, खासकर तब जब लाखों की संख्या में लोग एकत्र हों। योगी सरकार और प्रशासन ने इस चुनौती को जिस दक्षता से संभाला, वह अन्य राज्यों के लिए उदाहरण बन सकता है।
मौसम ने परीक्षा ली, लेकिन हौसले नहीं डिगे
गर्मी चरम पर थी, लेकिन युवाओं का जोश और मनोबल उससे भी अधिक था। दूर-दूर से आए नवचयनित सिपाही, जिन्हें बसों के माध्यम से आयोजन स्थल तक पहुंचाया गया था, पूर्ण अनुशासन के साथ अपने निर्धारित ब्लॉक में पहुंच गए। गर्मी की तीव्रता और खुले मैदान में बैठने के बावजूद युवाओं में कोई अधैर्यता नहीं दिखी। यह युवाओं की समर्पण भावना के साथ-साथ आयोजन की तैयारियों की भी सशक्त मिसाल थी।
गर्मी और धूप की चुनौती को भांपते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक दिन पहले ही स्थल का निरीक्षण कर अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे। उसके परिणामस्वरूप, आयोजन स्थल पर पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था, मेडिकल टीम की तैनाती, प्राथमिक उपचार केंद्र और आपातकालीन सेवा की सुविधा पहले से उपलब्ध कराई गई थी। हर ब्लॉक में पानी की बोतलें, कूलर और हवादार टेंट लगाए गए थे ताकि अभ्यर्थियों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
ब्लॉकवार बैठने की सुव्यवस्था
पूरे आयोजन क्षेत्र को छह मुख्य ब्लॉकों में विभाजित किया गया था, A से F तक। हर ब्लॉक को तीन मंडलों से जोड़ा गया था। प्रत्येक मंडल के अभ्यर्थियों के लिए साफ-सुथरी और क्रमबद्ध बैठने की व्यवस्था थी।
ब्लॉक और मंडलों का विभाजन इस प्रकार था
ब्लॉक
मंडल
A
आगरा, गोरखपुर, देवीपाटन
B
बरेली, अलीगढ़, प्रयागराज, चित्रकूट
C
लखनऊ, अयोध्या, सहारनपुर
D
कानपुर, बस्ती, आजमगढ़, झांसी
E
वाराणसी, मीरजापुर, मुरादाबाद
F
मेरठ
इस वर्गीकरण ने भीड़ को नियंत्रित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
रोजगार और सुशासन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह महाकुंभ प्रदेश में रोजगार सृजन के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि, “प्रदेश की कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने के साथ-साथ युवा शक्ति को रोजगार से जोड़ना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। नियुक्ति प्रक्रिया को पारदर्शी और समयबद्ध बनाकर हमने बेरोजगारी की समस्या से लड़ने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं।” मुख्यमंत्री ने सभी नवचयनित सिपाहियों को शुभकामनाएं दीं और उनसे ईमानदारी से प्रदेश की सेवा करने का आह्वान किया।
केंद्रीय मंत्रियों की मौजूदगी और संदेश
इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया और अपने संबोधन में कहा कि योगी सरकार ने कानून व्यवस्था को लेकर जो कार्य किया है, वह अभूतपूर्व है। उन्होंने इस अवसर को “उत्तर प्रदेश के भविष्य के प्रहरी तैयार करने का पर्व” बताया।
अभ्यर्थियों के साथ आए परिजनों और अन्य आगंतुकों ने पूरे आयोजन की प्रशंसा की। लोगों ने कहा कि जिस तरह से भीषण गर्मी के बावजूद सरकार और प्रशासन ने व्यवस्था की, वह सराहनीय है। कई अभ्यर्थियों की आंखों में आंसू थे ,यह उनके संघर्ष की परिणति थी, जिसे उन्होंने ‘जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि’ बताया।
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