विपक्ष चारों खाने चित: केशव
मौर्य ने विपक्ष पर पीएम मोदी के अपमान का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “कई लोग इसे बर्दाश्त नहीं कर सके और लगातार उनका विरोध किया, उन्होंने पोस्टरों से उनका चेहरा हटा दिया, उन्हें गालियां दीं और उनके खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया। मुझे लगता है कि पिछड़ों के जीवन में नई उम्मीद की किरण पीएम मोदी लेकर आए हैं। पीएम मोदी ने ऐतिहासिक फैसला लिया है। जाति जनगणना से पिछड़ों के जीवन में बहुत बड़ा बदलाव आने वाला है। विपक्ष चारों खाने चित हो गया है।”
राहुल गांधी के बयान पर केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार
जातिगत जनगणना की घोषणा के बाद राहुल गांधी के बयान पर केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया था। एक्स पर लिखा, “दशकों तक देश पर शासन करने वाली कांग्रेस के शाही परिवार के पास एक दशक पहले तक डॉ. मनमोहन सरकार का रिमोट कंट्रोल हाथ में था और वह जातिगत जनगणना कराकर उपेक्षित पिछड़ों के साथ न्याय कर सकता था। लेकिन तब बतौर सांसद श्री राहुल गांधी दुनिया भर में घूमने के अलावा और कोई काम नहीं करते थे। उनके घूमने का संसद के पास कोई रिकॉर्ड तक नहीं होता था। जबकि प्रोटोकॉल के तहत यह जरूरी था। प्रधानमंत्री बनने से पहले जब श्री नरेंद्र मोदी जी ने लोकसभा चुनाव 2014 के पहले हुंकार भरी कि उनका ताल्लुक पिछड़ा वर्ग से है और फिर प्रधानमंत्री बनकर उन्होंने राम और रोटी के बीच सेतु बनाकर देश की राजनीति के तमाम समीकरणों को बदल कर रख दिया, तब कांग्रेस की तंद्रा टूटी और रात-दिन पिछड़ा-पिछड़ा का राग अलापने लगी। जातिगत जनगणना जैसा महती काम भी मोदी जी के हाथों होना था। कांग्रेस और उसके साथी दलों की राजनीति जहां खत्म होती है, मोदी जी की राजनीति वहां से शुरू होती है। यह हुनर वह कई बार दिखा चुके हैं।“