उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता को न्याय और पारदर्शी शासन देना ही सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए जाति से ऊपर उठकर काम करना होगा। भाजपा की विचारधारा ही यही है कि समाज को एकजुट कर विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाया जाए।
केशव मौर्य ने अखिलेश यादव पर सीधा हमला करते हुए लिखा, “आप बार-बार समाज को जातियों में बांटकर सस्ती राजनीति करते हैं। ‘मौर्य’, ‘पाल’, ‘पासी’, ‘दलित’इन नामों का इस्तेमाल सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए किया जा रहा है, न कि उनके कल्याण के लिए।”
झूठी सहानुभूति पर टिकी है सपा की राजनीति: केशव प्रसाद मौर्य
डिप्टी सीएम ने आरोप लगाया कि सपा की राजनीति केवल जातीय उकसावे और झूठी सहानुभूति पर टिकी है। लेकिन अब उत्तर प्रदेश की जनता समझदार हो चुकी है और नफरत की नहीं, विकास की राजनीति चाहती है। उन्होंने सपा को “डूबता हुआ जहाज” करार देते हुए कहा कि जनता अब ऐसे छलावे में नहीं आने वाली। गौरतलब है कि कौशांबी के एक विवादित मामले को लेकर अखिलेश यादव ने 9 जून को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव मौर्य पर इशारों-इशारों में तंज कसा था। इसके जवाब में अब केशव मौर्य का यह बयान सामने आया है, जिससे राजनीतिक गलियारों में बहस और तेज हो गई है।