क्यों स्थगित हुआ मिशन ?
मिशन में देरी का कारण अंतरिक्ष यात्रियों का आवश्यक प्री-लॉन्च क्वारंटीन और कुछ तकनीकी तैयारियां हैं। उड़ान से पहले सभी अंतरिक्ष यात्रियों को करीब दो सप्ताह तक एक सुरक्षित और नियंत्रित वातावरण में रखा जाता है, ताकि उनके स्वास्थ्य की पूरी तरह से जांच हो सके और वे पूरी तरह स्वस्थ रहें। यदि कोई भी यात्री बीमार पड़ता है, तो यह अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में मौजूद बाकी दल के लिए खतरा बन सकता है। इसी वजह से मिशन की तारीख अब 10 जून कर दी गई है, ताकि सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया जा सके।
इन देशों के लिए भी खास है ये मिशन
यह मिशन भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए खास मायने रखता है, क्योंकि करीब 40 साल बाद इन तीनों देशों के पहले सरकारी अंतरिक्ष यात्री इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की यात्रा पर जा रहे हैं। इस मिशन के दौरान 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोग किए जाएंगे, जो अंतरराष्ट्रीय सहयोग और अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ेंगे। क्या है ये मिशन ?
Axiom Mission 4 (Ax‑4) एक प्राइवेट स्पेसफ्लाइट है जो Axiom Space, SpaceX और NASA के साथ मिलकर की जा रही है। ये मिशन इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की तरफ जाएगा। फ्लाइट की लॉन्चिंग 8 जून 2025 को दोपहर 1:11 बजे UTC (लोकल टाइम से सुबह 9:11 बजे) फ्लोरिडा के Kennedy Space Center के Launch Complex 39A से होने की उम्मीद है। मिशन करीब दो से तीन हफ्ते तक चलेगा। इसमें SpaceX का Falcon 9 Block 5 रॉकेट इस्तेमाल होगा जो Crew Dragon C213 को लो अर्थ ऑर्बिट में भेजेगा। ये C213 स्पेसक्राफ्ट की पहली उड़ान होगी, और ये पांचवां—और शायद आखिरी—Crew Dragon हो सकता है जो बनाया गया है।