प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल बनाया गया
अपर शिक्षा निदेशक ने बताया कि शिक्षकों के स्थानांतरण की प्रक्रिया को इस बार पूरी तरह डिजिटल कर दिया गया है। शिक्षक अपने स्थानांतरण आवेदन इसी पोर्टल पर जाकर भर सकेंगे। इससे पहले स्थानांतरण प्रक्रिया में काफी शिकायतें आती थीं। कई बार पारदर्शिता को लेकर सवाल उठते थे। साथ ही शिक्षकों को बार-बार विभागीय कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते थे। अब ऑनलाइन माध्यम से न केवल आवेदन बल्कि स्थानांतरण आदेश भी ऑनलाइन ही जारी किए जाएंगे। इससे न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी बल्कि प्रक्रिया में तेजी भी आएगी।
केवल ऑनलाइन आवेदन ही मान्य होंगे
सुरेन्द्र कुमार तिवारी ने स्पष्ट किया कि केवल ऑनलाइन माध्यम से ही आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। किसी अन्य माध्यम , जैसे पत्राचार, मेल या अन्य चैनल से भेजे गए आवेदन मान्य नहीं होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जो शिक्षक तय सीमा के भीतर आवेदन नहीं करेंगे, उन्हें बाद में कोई अतिरिक्त अवसर नहीं दिया जाएगा।
आवेदन की प्रक्रिया इस प्रकार
- 1.पोर्टल लिंक: http://secaidedtransfer.upsdc.gov.in
- 2.आवेदन की तिथि: 10 जून 2025 (अपराह्न) से 14 जून 2025 तक
- 3.माध्यम: केवल ऑनलाइन आवेदन
स्थानांतरण आदेश: ऑनलाइन माध्यम से ही निर्गत किए जाएंगे
शिक्षकों को इस पोर्टल पर जाकर पहले पंजीकरण (Registration) करना होगा। फिर वे अपना लॉगिन बनाकर आवश्यक जानकारी और दस्तावेज अपलोड कर सकेंगे। इसके बाद अंतिम रूप से आवेदन सबमिट करना होगा।
शिक्षकों के लिए हेल्पलाइन नंबर और ईमेल
- शिक्षकों की सुविधा के लिए विभाग ने हेल्पलाइन नंबर और ईमेल आईडी भी उपलब्ध कराए हैं।
- ईमेल: aidedtransfer.up@gmail.com
- हेल्पलाइन नंबर:
- 8181063731
- 9140719821
- 9369470010
ये नंबर कार्य दिवसों में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक उपलब्ध रहेंगे। शिक्षक कॉल या व्हाट्सएप के माध्यम से भी अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
शिक्षकों में दिखा उत्साह
स्थानांतरण प्रक्रिया के ऑनलाइन होने से प्रदेश के शिक्षकों में खासा उत्साह है। लखनऊ के एक सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक अमित श्रीवास्तव ने कहा, “यह बहुत अच्छा कदम है। पहले हमें कई बार कार्यालय जाकर फॉर्म भरना पड़ता था। अब घर बैठे ही आवेदन कर सकेंगे। पारदर्शिता भी बढ़ेगी।” वहीं कानपुर की एक शिक्षिका नीलिमा गुप्ता ने कहा, “पोर्टल के माध्यम से स्थानांतरण आदेश भी ऑनलाइन मिलने से अनावश्यक दौड़-भाग खत्म हो जाएगी। विभाग का यह निर्णय स्वागत योग्य है।” स्थानांतरण नीति को लेकर दिशा-निर्देश
- 1.माध्यमिक शिक्षा विभाग ने बताया कि स्थानांतरण नीति के तहत निर्धारित मानकों के अनुसार ही आवेदन की प्रक्रिया चलेगी।
- 2.स्थानांतरण के लिए निम्न बिंदुओं पर प्राथमिकता दी जाएगी:
- 3.संतुलित शिक्षक वितरण सुनिश्चित करना
- 4.विकलांग शिक्षकों को प्राथमिकता
- 5.पति-पत्नी एक ही स्थान पर कार्यरत हों, इसके लिए स्थानांतरण में प्राथमिकता
- 6.स्वास्थ्य संबंधी आधार पर स्थानांतरण
- 7.दूर-दराज के क्षेत्रों में कार्यरत शिक्षकों को उनके वरीयता अनुसार अन्य स्थानों पर स्थानांतरण का अवसर देना
पारदर्शिता की दिशा में बड़ा कदम
विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रक्रिया शिक्षा विभाग में सुधार और पारदर्शिता के दृष्टिकोण से एक बड़ा कदम है। शिक्षा विशेषज्ञ प्रो. आर.के. मिश्रा का कहना है, “ऑनलाइन प्रक्रिया से दो फायदे होंगे , पहला पारदर्शिता और दूसरा समय की बचत। साथ ही इस बार विभाग ने एक फिक्स्ड समय सीमा भी तय की है, जिससे प्रक्रिया समयबद्ध तरीके से पूरी होगी।”
अंतिम समय पर आवेदन न छोड़ें
विभाग ने शिक्षकों को सलाह दी है कि वे अंतिम समय का इंतजार न करें। कई बार अंतिम दिन नेटवर्क कंजेशन या तकनीकी कारणों से दिक्कत आ सकती है। इसलिए समय रहते आवेदन पूरा करें।